*रिपोर्टर रतन गुप्ता*
*कोरोना अभी जाने क्या-क्या बदलाव दिखाएगा। वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन पढ़ाई की तरह ऑनलाइन तेरहवीं भोज भी देना पड़ रहा है। गोरखपुर के दो परिवारों ने अपने बुजुर्गों के तेरहवीं भोज के लिए पंडितों के खातों में ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर किया है। इसमें भोजन, लोटा-धोती, गीता, चटाई, जूते-मोजे और छाता-टॉर्च का पैसा जोड़ा गया है। एक अन्य परिवार, जहां एक मई को तेरहवीं है, भोज के लिए पंडित तलाश कर थक गया है। यह परिवार भी अंतत: ऑनलाइन भोज के विकल्प पर ही सहमत हो रहा है।*********