*रिपोर्टर रतन गुप्ता सोनौली*
*आपका जिला कोरोना से प्रभावित हो चुका है। ऐसे में उस दौरान बचाव और इलाज की क्या व्यवस्था होनी चाहिए इसका एक्शन प्लान दो दिन के अंदर बना उपलब्ध कराएं। कमिश्नर जयंत नार्लीकर ने गोरखपुर मण्डल के सभी सीएमओ और एडी हेल्थ को निर्देश दिया कि वे वह जिलों को कोरोना प्रभावित मानकर एक्शन प्लान बनाएं। ताकि अगर भविष्य में कोरोना का संक्रमण होता है तो उससे निपटने के लिए जिला पूरी तहर से तैयार रहें। ****
*उन्होंने सभी सीएमओ से कहा कि वह अपने दिमाग से यह निकाल दें कि अभी गोरखपुर मण्डल के किसे जिले में कोरोना पॉजिटिव का कोई केस नहीं आया है। बल्कि अपने-अपने जिलों को कोरोना संक्रमित मानते हुए प्लान तैयार करें। उन्होंने कहा कि यह सुखद है कि अपने मण्डल के किसी भी जिले में कोई केस नहीं आया है। बावजूद इसके पूरी तरह से अलर्ट रहना है।*
*श्री नार्लीकर ने यह बातें गोरखपुर मण्डल के सभी सीएमओ, एडी हेल्थ, शिक्षा अधिकारी, पंचायती राज अधिकारियों के साथ कोरोना पर समीक्षा बैठक के दौरान कहीं। बैठक के दौरान उन्होंने जिलेवार कोरोना से बचाव की तैयारियों की समीक्षा की और हर जरूरत के लिए तत्काल सूचित करने के लिए कहा।*
*जांच से लेकर इलाज तक का एक्शन लाइन बनाइए*
कहा कि हर जिलें में किसी भी संदिग्ध की जांच से लेकर इलाज तक का एक्शन लाइन तैयार करें। जैसे अगर कोई लक्षण दिखता है तो पहले क्या करना है और अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो आगे उसके इलाज में क्या-क्या सावधानी बरतनी है।
*सीधे बीआरडी या एम्स न भेजें*
*कमिश्नर ने सभी सीएमओ को निर्देश दिया कि वह यह सुनिश्चित करें कि अगर कोई संदिग्ध मरीज मिलता है तो पहले जिले पर ही उसका इलाज कराएं। वहां न संभले तब हायर सेंटर रेफर करें।*
*हर स्वास्थ्य केन्द्र पर बनाएं आइसोलेशन वार्ड*
कमिश्नर ने कहा कि हर स्वास्थ्य केन्द्र पर कम से कम तीन बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाएं। ताकि अगर कोई कोरोना का संदिग्ध आता है तो उसे वहां आईसोलेट कर सकें*। **†*************************************