*भाजपा सरकार को गरीबो किसानो नौजवानो के भविष्य की कोई चिंता नही है-छोटू टाईगर*
*गेहूं खरीद केंद्रो पर नही है कोई उत्तम व्यवस्था नही साधन है-राजेन्द सिंह निरजंन राजू चमरसेना*
*सरकार को किसानो की कोई चिंता नही है और उन्हे अपने चिंता है-डॉ शिवम यादव*
*कोंच(जालौन)* समाजवादी पार्टी विधान सभा अध्यक्ष माधौगढ़ प्रतिपाल सिंह गुर्जर बट्टू भईया ने कहा है कि हवा में गाँठ बांधना कोई भाजपा सरकार से सीखे। गेहूं की कटाई अभी शुरू भी नहीं हुई है लेकिन भाजपा सरकार ने एक अप्रैल से गेहूँ खरीद का एलान कर दिया है क्रय केन्द्रों का पता नहीं है खरीद की तैयारी भी नहीं है न बोरों की व्यवस्था और न तौल काँटा बिना तैयारी के साथ भाजपा सरकार गेहूँ खरीद के आंकड़े बुनने में जरूर कोताही नहीं करे गी क्योंकि जनता को भ्रमित करके और बहका करके ही उसकी राज नीति चमकती है सरकारी एलान के अनुसार प्रदेश के 75 जनपदों में 6 हजार गेहूँ क्रय केन्द्र खुलेंगे और 55 लाख मीट्रिक टन गेहूँ की खरीद होगी सवाल यह है कि जब केन्द्रों तक गेहूँ अभी आने की स्थिति में नहीं हैं उसकी कटाई में ही विलम्ब है, तो खरीद का ढोल पीटने से क्या लाभ होगा खुद सरकार के ही क्रय केन्द्रों के जिम्मेदार लोग बताते हैं कि खरीद के लिए आवश्यक संसाधनों का भी टोटा है समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह निरजंन राजू चमरसेना ने कहा की किसान पिछले कई महीनों से नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं किसान चाहते हैं कि सरकार जो न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करती है उसे हर खरीदार के लिए अनिवार्य किया जाए। भले ही अभी गेहूँ की खरीद का सरकारी रेट 1975 रूपए प्रति कुंतल हो, बाजार में आढ़तिये व दूसरे बड़े व्यापारी किसान को निर्धारित राशि नहीं देंगे। वे किसानों से औनपौने दामों पर गेहूँ खरीदेंगे।समाजवादी पार्टी नगर अध्यक्ष छोटू टाईगर ने कहा कि किसान को लागत के बराबर भी मूल्य नहीं मिलेगा। उसे लागत का ड्योढ़ा दाम देने का वादा तो सिर्फ वादा ही रह जाना है।भाजपा सरकार का पिछला रिकार्ड देखों तो धान की खरीद में भी तमाम धांधलियां हुई थी। धान की लूट होती रही, किसान परेशान रहे, बहुतों को भुगतान भी नहीं मिला अभी बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से किसानों को क्षति हुई, उसकी भरपाई भी सर कार ने नहीं की वह बस अपनी उपलब्धियों को फटा ढोल ही पीट रही है। जनता का अब उस पर विश्वास नहीं रहा है सपानगर महासचिब ड़ा शिबम यादव ने कहा कि भाजपा की राज्य सरकार को वैसे भी किसानों की भलाई में कोई दिलचस्पी नहीं है तमाम जगहों पर गर्मी के दिनों में आग लगने की घटनाएं हो रही है कोंच तहसील के कई गाँव में गेहूँ के खेतों में आग से सिर्फ राख ही बची है।माधौगढ़ विधानसभा के कई गांव में गेहूं की फसलें जल गई।सच तो यह है कि इसलिए वह तीन किसान विरोधी कृषि कानून ले आई है जिनके लागू होने से किसान का खेती पर स्वामित्व समाप्त हो जाएगा और वह अपने खेत पर ही खेतिहर मजदूर बन जाएगा। किसान और गरीब का भला बिना समाजवादी सरकार बने दूर की कौड़ी है।
*रिपोर्ट पवन कुमार राठौर जिला सवांददाता जालौन*