एसपीन्यूज(कुशीनगर)सेवानिवृत्त दारोगा नौकरानी के पुत्र और पुत्री को पेट्रोल छिड़क कर जलाकर मार डालने वालेे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।* …
कुशीनगर जिले के तरयासुजान थाना क्षेत्र के जवही नरेंद्र गांव में सेवानिवृत्त दारोगा श्याम सुंदर और पत्नी के रूप में रह रही नौकरानी सरोज और उसके लड़के अविनाश एवं बेटीी परी को किसी और ने नहीं, बल्कि पहली पत्नी के पुत्र आशीष ने जिंदा जलाया था। इस घटना में तीन लोगों की जानें गईं थी। पुलिस ने इस मामले का पर्दाफाश का दावा किया है। सोमवार को पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मिश्र ने यह जानकारी पत्रकार वार्ता में दी। उन्हाेंने बताया कि तरयासुजान पुलिस ने आरोपित को गौरहा बाजार के पास से गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है।*
*सभी भाई-बहनों को पिता ने कर दिया था घर से बाहर*
*गिरफ्तारी के बाद उसने पुलिस के सामने उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आशीष ने बताया कि मां की मौत के बाद पिता ने नौकरानी को ही पत्नी बनाकर रख लिया था। मुझे व अन्य भाई-बहनों को कोई खर्च नहीं देते थे। हम सभी भाई-बहनों को घर से बाहर कर दिया गया था। पिता की पेंशन की रकम और खेती की उपज का कोई हिस्सा नहीं मिलता था। इसलिए पिता को डराने के लिए यह षडयंत्र रचा और पेट्रोल डालकर आग लगाकर भाग निकला। मुझे उम्मीद नहीं थी, इससे उनकी जान भी जा सकती है।*
*यह था मामला*
*तरयासुजान थाने के गांव जवहीं नरेंद्र निवासी सेवानिवृत्त दारोगा 62 वर्षीय श्याम सुंदर प्रसाद गोरखपुर में पुलिस विभाग में दारोगा पद पर तैनात थे। दो वर्ष पूर्व सेवानिवृत्त होने के बाद वे गांव आ गए और घर से दूर एक कटरैन के कमरे में रहने लगे। उनके साथ उनकी नौकरानी 53 वर्षीय सरोज तथा उसके बच्चे 15 वर्षीय अविनाश और पांच वर्षीय परी उर्फ राधिका (निवासी सोनबरसा जिला गोरखपुर) भी रहते थे। श्यामसुंदर की पत्नी का काफी पहले निधन हो गया था, उनके दो लड़के व तीन लड़कियां हैं। बड़े बेटे की शादी हो गई है और वह तमकुहीराज स्थित मकान में रहता है। छोटा बेटा गांव के मकान में रहता है। जबकि बड़ी बेटी 28 वर्षीय निशा लेखपाल है और कसया में आवास बनाकर अपनी दोनों छोटी बहनों के साथ रहती है। श्यामसुंदर व सरोज पति-पत्नी की तरह रहते हैं। रोज की भांति 28 जून की रात भी वह, नौकरानी व बच्चे एक ही कमरे में सो रहे थे कि अचानक रात को ज्वलनशील पदार्थ डालकर दारोगा व अन्य को जिंदा जलाने की वारदात को अंजाम दिया गया था। चारों को सीएचसी तमकुहीराज फिर जिला अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान परी उर्फ राधिका की जिला अस्पताल में मौत हो गई थी। इधर मेडिकल कालेज में भर्ती सेवानिवृत्त दारोगा श्याम सुंदर प्रसाद की भी मौत हो गई। उसके बाद नौकरानी सरोज के लड़के अविनाश की भी दो जुलाई की रात में मौत हो गई। सरोज की हालत अभी गंभीर बनी हुई है और गोरखपुर मेडिकल कालेज में इलाज चल रहा है।*
जिला सवांददाता -रतन गुप्ता की रिपोर्ट