*रणजीत बच्चन की हत्या लखनऊ में की गई।* हालांकि, रणजीत बच्चन का गोरखपुर लिंक सामने आने के बाद पुलिस गोरखपुर में भी हत्या से जुड़े सुराग तलाशने में जुटी हुई है। एक स्कूल मैनेजर की तलाश की जा रही है, जिस पर पुलिस को कुछ शक है।
*उत्तर प्रदेश के लखनऊ में विश्व हिंदू महासभा नेता रणजीत बच्चन की हत्या के खुलासे के लिए पुलिस ने गोरखपुर में भी क्लू तलाशना शुरू कर दिया है। पुलिस को लगता है कि हत्या की वजह गोरखपुर से भी जुड़ी हो सकती है। पुलिस की इस थ्योरी के पीछे रणजीत का गोरखपुर का निवासी होना और रेप जैसे मामले में वॉन्टेड होना बताया जा रहा है। लखनऊ पुलिस को एक युवक की तलाश है, जोकि स्कूल संचालक है। पुलिस ठेका-पट्टा चलाने मैनेज करने वाले एक व्यक्ति को भी तलाश रही है।*
*रविवार को लखनऊ के हजरतगंज में हुई रणजीत बच्चन की हत्या की गुत्थी सुलझाना पुलिस के लिए नाक का सवाल बन गई है। यही वजह है कि लखनऊ पुलिस लगातार गोरखपुर पुलिस के संपर्क में है। हर पहलू पर सूचनाएं साझा की जा रही हैं। सोमवार को लखनऊ पुलिस ने एक ऐसे शख्स के बारे में सूचना मांगी, जोकि स्कूल संचालक है और 2016 में उसकी शादी हुई थी। इस शादी में बखेड़ा भी खड़ा हुआ था। देर शाम तक उसका कोई पता नहीं चल सका।*
*अभी यह भी नहीं पता चल सका है कि उस स्कूल संचालक का रणजीत बच्चन की हत्या से क्या वास्ता है। शायद पुलिस को ऐसा कोई क्लू मिला है, जोकि संकेत दे रहा हो कि हत्या की वजह इस शख्स को मालूम हो। इस हत्याकाण्ड का पर्दाफाश करने में गोरखपुर पुलिस भी दिलचस्पी दिखा रही है। वह भी गांव से लेकर शहर तक रणजीत बच्चन की हत्या की वजह तलाश करने में जुटी है। पुलिस की जांच किसी भूमि विवाद, लेनदेन और पत्नी के अलावा विवाहेत्तर संबंध के ईद-गिर्द घूम रही है। पुलिस को अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है लेकिन लखनऊ पुलिस को भी लगता है कि हत्या का सुराग गोरखपुर में ही मिल सकता है।********
*ठेका-पट्टा कनेक्शन पर भी पुलिस की नजर
रणजीत बच्चन की हत्या में ‘गोरखपुर कनेक्शन’ तलाश रही पुलिस को ठेका-पट्टा का कनेक्शन भी सामने आ रहा है। इसमें एक ऐसे शख्स का नाम पुलिस के हाथ लगा है, जोकि ठेका-पट्टा मैनेज** करता था। लखनऊ पुलिस इसी थ्योरी पर काम कर रही है कि हत्या की साजिश शायद गोरखपुर में रची गई। पुलिस जिस थ्योरी पर काम कर रही है, उसके हिसाब से ठेका-पट्टा मैनेज करने वाले शख्स से रणजीत का लंबा लेनदेन था। मुमकिन है कि इसी लेनदेन में हत्या का ‘कारण’ छिपा हुआ हो। अभी तक ‘गोरखपुर कनेक्शन’ में दो लोगों के नाम सामने आए हैं। हालांकि, पुलिस को दोनों का कोई सुराग नहीं मिला है।*