महराजगंज, मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) में फर्जी हाजिरी लगाना एक गंभीर समस्या है। यह भ्रष्टाचार का उदाहरण है, जिससे न केवल सरकारी धन का दुरुपयोग होता है, बल्कि वास्तविक जरूरतमंद मजदूरों को उनके हक से वंचित भी किया जाता है मिठौरा ब्लाक के ग्राम सभा बड़हरा मीर में मनरेगा के तहत गांव में दो चकबंद पर मिट्टी कार्य कराने का मस्टरोल जारी किया। कार्य एक सप्ताह में पूर्ण करा कर लगाता मजदूरों को खड़ा कर फोटो खींच कर एनएमएमएस पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा। बीते कल बृहस्पतिवार को कार्य नहीं हुआ फिर भी एक दो मजदूरों का फोटो खींच कर 143 मजदूरों का हाजिरी लगाई गई जबकि फोटो में सिर्फ एक दो मजदूर ही दिखाई दे रहे । जमीनी पड़ताल में मिला कि काम पहले ही पूर्ण हो चुका । ऐसी हाजिरी में मजदूरों के नाम पर फर्जी एंट्री की जाती है, जबकि काम वास्तविक रूप से नहीं किया जाता। स्थानीय अधिकारियों के मिलीभगत से ऐसी धांधली होती है। काम के डिजिटल रिकॉर्ड में फर्जी एंट्री करके भुगतान किया जाता है।
