निचलौल(महराजगंज)मनरेगा में व्याप्त भ्रष्टाचार की आग कम होने की जगह दिनों दिन धधकती ही जा रही है. मनरेगा अधिकारी, कर्मी व संबंधित जनप्रतिनिधि इसे कामधेनु बनाकर निचोड़ लेने पर तुले हैं. नया मामला निचलौल ब्लाक के बहरौली पंचायत में सामने आया है, जहां मनरेगा द्वारा संचालित एक पोखरी की खुदाई कार्य चल रहा । रोजगार सेवक ने धरातल पर बिना कार्य किए ही लगभग सात दर्जन मनरेगा मजदूरो की मास्टर रोल में हाजिरी बनाकर भुगतान कराने के फिराक में कारनामे से सभी को सकते में डाल दिया है. इसका खुलासा एनएमएस रिपोर्ट से हुआ है, जिसमें धरातल पर कार्य करने वाली मजदूरों की संख्या ही नही है और एनएमएस में कुछ महिला व पुरुष मजदूरों की फोटो विभागीय साइट पर अपलोड किया गया है. जबकि, मास्टर रोल में 112 मजदूरों की उपस्थिति दर्ज कर पच्चीस हजारों रुपये का फर्जी धन उगाही करने के फिराक में है महिला मजदूर तो दूर एनएमएस में पुरुष मजदूरों की संख्या भी तीन से चार के बीच दिखाया गया है, जबकि मास्टर रोल में आधा पुरुष मजदूरों की उपस्थिति से कागज पर मजदूरों की भरमार लगी है, जिससे स्वत: ही समझा जा सकता है कि अपनी जेबें भरने के लिए किस तरह से सरकार की राशि में सेंधमारी कर लूट मची है. सबसे बड़ी विडंबना तो यह है कि जिनके कंधों पर योजनाओं की निगरानी करने की जिम्मेदारी दी गयी है, उसके रखवाले को भ्रष्टाचार की वैतरणी में कुछ भी दिखाई ही नहीं दे रहा है पोखरी में पानी होने के बाद भी हो गया फर्जीवाड़ा एक ही फ़ोटो को बार बार अपलोड कर हाज़िरी लगाई जा रही। रोजगार सेवक आदित्य ने बताया की आप सब जानते ही है सिस्टम, आख़िर कार क्या है सिस्टम जिसे सभी लोग जानते। सचिव धीरु यादव ने कुछ भी कहने से कतरा रहे।
