*Coronavirus in varanasi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र को बनाया था तब्लीगी जमात ने बेस कैंप*

*रिपोर्टर रतन गुप्ता जिला सम्वाददाता*


*तब्लीगी जमात ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के साथ-साथ पूरे पूर्वाचल से लेकर बिहार व अन्य राज्यों में कोरोना बम फोड़ दिया है।*…

*तब्लीगी जमात ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के साथ-साथ पूरे पूर्वाचल से लेकर बिहार व अन्य राज्यों में ‘कोरोना बम’ फोड़ दिया है। वाराणसी समेत पूर्वाचल के विभिन्न जिलों में पकड़े गए जमात से जुड़े 10 तब्लीगी की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आई है। यह संख्या अभी और बढ़ेगी क्योंकि कई की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।*

*पुलिस-प्रशासन को अभी यह तक नहीं मालूम कि ‘मानव बम’ से भी अधिक खतरनाक हो चुके दिल्ली निजामुद्दीन में मरकज से लौटे अन्य राज्यों, जिलों के तब्लीगी कहां-कहां छिपे हैं। निजामुद्दीन मरकज से जो सूची मिली है उसमें से कई तब्लीगी के मोबाइल नंबर, पते गलत हैं। ऐसे में कोरोना वायरस से संक्रमित तब्लीगी बनारस से लेकर अन्य शहर की किन गलियों में मौत बनकर घूम रहे कुछ नहीं मालूम। चौंकाने वाली जानकारी मिली है कि वाराणसी समेत पूर्वाचल के अन्य जिलों व बिहार, झारखंड समेत नेपाल तक जाने के लिए तब्लीगी जमात के सैकड़ों लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को बेस कैंप बनाया था। जिन जमातियों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है कि उनमें से अधिकतर ट्रेन व बस के जरिए वाराणसी आए थे। वाराणसी के विभिन्न बाजार में घूमे, मस्जिदों-मदरसों में ठहरे और फिर यहां से अन्य जिलों में फैले।*

*वाराणसी, आजमगढ़, गाजीपुर में तीन-तीन और मीरजापुर में एक जमाती की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आई है। वाराणसी में जिस तब्लीगी की रिपोर्ट पाजिटिव आई है उनमें से एक 22 मार्च को गरीब रथ से वाराणसी आया था। कर्नाटक का रहने वाला तब्लीगी वाराणसी के तीन मस्जिदों में वह ठहरा था। वाराणसी के बाद वह मीरजापुर गया था। कई लोगों से उसने मुलाकात की थी। दूसरा तब्लीगी बस से 22 मार्च को ही वाराणसी आया था। घर आने के बाद बाद उसने शहर के कई इलाकों में भ्रमण किया था। जिस ट्रेन और बस से दोनों जमाती दिल्ली से वाराणसी आए, सफर के दौरान कितने लोगों को संक्रमित किया होगा, अंदाजा लगाया जा सकता है। आजमगढ़, गाजीपुर, मीरजापुर में भी जिन जमातियों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है, वे बनारस से होकर उन जिलों को गए थे।*

*घर न जाकर मस्जिदों में छिपे, गांव में ली थी शरण, बड़ी साजिश की आशंका : वाराणसी, आजमगढ़, भदोही, मऊ में जो जमाती पकड़े गए उनमें से अधिकतर गैर राज्यों के साथ ही बांग्लादेश व नेपाल के थे। इन्हें स्थानीय तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों की मदद से मस्जिदों व अन्य स्थानों पर ठहराया गया है। खुफिया तंत्र का मानना है कि यह बड़ी साजिश की तरफ इशारा कर रहा है। आखिर ये लोग अपने घर जाने के बजाय वाराणसी समेत पूर्वाचल के अन्य जिलों में क्यों आकर ठहरे थे। खुफिया तंत्र इस बात का भी पता लगाने की कोशिश में जुटा है कि इन लोगों ने ग्रामीण इलाकों में क्यों शरण ली थी, इनके मंसूबे क्या थे। कर्नाटक का रहने वाला तब्लीगी भी कुछ दिन वाराणसी में गुजारने के बाद मीरजापुर के अदलहाट चला गया था।*

*दिल्ली की भगदड़ बड़ी साजिश तो नहीं : खुफिया तंत्र अब इस बात का भी पता लगा रही कि लॉकडाउन घोषित होने के बाद दिल्ली में जो भगदड़ मची थी कहीं इन्हीं तब्लीगी जमात के लोगों को मरकज से निकालकर पूरे देश में फैलाने के लिए नहीं की गई थी।***********************************************************

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