*मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर कांग्रेस, सपा और उनके सहयोगी दलों ने देश में व्याप्क अफवाह फैलाकर हिंसा फैलाने की कोशिश की। कांग्रेस ये झूठ कब तक बोलेगी। वो झूठ ऐसा साफ बोलते हैं कि लगता है कि झूठ उनके डीएनए का पार्ट बन चुका है। साम्यवाद में कहा गया है कि एक झूठ को सौ बार बोलने पर वह सच लगने लगता है लेकिन इस बार ऐसा नहीं होने पाएगा। समाज का प्रबुद्धजन लोगों के मन में सीएए को लेकर भरी गईं गलत बातों को निकाल देगा।*
*मुख्यमंत्री सीएए को लेकर भाजपा के जनजागरूकता अभियान के तहत गोरखपुर विश्वविद्यालय में आयोजित गोष्ठी में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि समाज का प्रबुद्धजन जैसा आचरण करता है लोग उसका अनुसरण करते हैं। सीएए का विरोध कर रहे दलों ने समाज और राष्ट्र विरोधी तत्वों से हाथ मिला लिया है। सपा,कांग्रेस और तृणमूल के लोग देश की विधायिका को चुनौती दे रहे हैं। एक भी भारतीय जो आज भारत मे निवास करता है वो भारत विभाजन के खिलाफ था। 1947 में दुर्भाग्य पूर्ण विभाजन इस देश के हिन्दू, सिख,पारसी जैन और बौद्ध धर्मावलम्बियों ने नहीं मांगा था। कांग्रेस की सत्ता लिप्सा और जिन्ना की जिद ने देश का विभाजन करवाया। यह सिलसिला आज भी चल रहा है। ननकाना साहेब के पवित्र गुरुद्वारा पर हमला हुआ। भारत में कोई धर्म स्थल ऐसा नहीं है जिसकी उपासना विधि में कोई बाधा हो। कोई रोक-टोक यहां नहीं है लेकिन पाकिस्तान के ननकाना साहेब गुरुद्वारा पर हमला होता है। वहां हमेशा हमले होते हैं*।
*उन्होंने कहा कि 1950 में नेहरू-लियाकत वार्ता में दोनों देशों के अल्पसंख्यकों को सुरक्षा प्रदान करने की बात कही गई थी। बापू ने पूर्वी और पश्चिमी पाकितान के सभी अल्पसंख्यकों को भारत में आने की बात कही थी। भारत में 6 प्रतिशत मुस्लिम आबादी बढ़ी लेकिन पाकिस्तान में गैर मुस्लिमों की आबादी घटकर एक प्रतिशत पर आ गई। सपा के लोग तोड़फोड़ करने वाले को पेंशन देने की बात कहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ पूरा भारत मिलकर नवभारत निर्माण में लगा हो उसी समय कांग्रेस द्वारा देश बांटने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। इतिहास सिर्फ पढ़ने की नही बल्कि सीखने का विषय होता है। अखिलेश यादव एनपीआर का फार्म नहीं भरने की बात कहते हैं। संसद में देश की रक्षा की शपथ लेते हैं। बाहर आकर देश की कीमत पर राजनीति करते हैं। होना तो ये चाहिए कि प्रधानमंत्री का अभिनन्दन विपक्ष को आगे आकर करना चाहिए था। लेकिन वे पैसे देकर उपद्रवियों को उकसा रहे हैं। यह अब नहीं चलेगा। 2003 में मनमोहन सिंह ने इसकी मांग की थी। कांग्रेस के लोग अपने ही नेता की बात को नहीं मान रहे हैं।*
झूठ बोलना कांग्रेस के डीएनए में है
कांग्रेस ये झूठ कब तक बोलेगी। वो झूठ ऐसा साफ बोलते हैं कि लगता है कि झूठ उनके डीएनए का पार्ट बन चुका है। कांग्रेस के झूठ का पर्दाफाश करने के लिए समाज के प्रबुद्ध वर्ग के लोगों को भी आगे आना चाहिए। जो साजिशें रची जा रही हैं उससे हमें सचेत होना होगा। कांग्रेस को अवसर मिला था कि 1947 के पाप का परिमार्जन करती, लेकिन वह विफल रही। जामिया में आगजनी होती है तो कांग्रेस की एक नेत्री खड़ी हो जाती हैं। प्रदेश में बवाल करने वाले उपद्रवियों के साथ उनका फोटो सेशन चल रहा है।*****************************************