सिसवाँ
*महराजगंज के सिसवा चीनी मिल में सप्लाई टिकट पर्ची की वैधता तिथि बढ़ाने की बात को लेकर गुरुवार को गन्ना किसानों व चीनी मिल प्रबंधन में ठन गई। बात इतनी बिगड़ गई कि गन्ना किसानों ने अपने गन्ने की तौल बंद करा दी। इधर तौल बंद हुई, उधर मिल में गन्ने की पेराई बंद हो गई। करीब दो घंटे तक गतिरोध बना रहा। मौके पर पहुंचे मिल के यूनिट हेड ने पर्चियों की वैधता तिथि तीन दिन बढ़ाने का आश्वासन देकर गन्ना किसानों को मनाया। मान-मनौव्वल के बाद किसानों ने गन्ना तौल कराना शुरू किया और करीब दो घंटे बाद मिल में पेराई शुरू हो सकी।*
*गुरुवार को सिसवा स्थित आईपीएल चीनी मिल में गन्ना सप्लाई टिकट की वैधता तिथि बढ़ाने की बात को लेकर विवाद शुरू हो गया। गन्ना किसान इस बात पर अड़ गए कि पर्चियों की वैधता तिथि तत्काल बढाई जाय। इसी को लेकर किसानों ने अपने गन्ने की तौल बंद करा दी। किसानों का आरोप था कि केन यूनियन से जारी होने वाले गन्ना पर्ची की वैधता तिथि सात दिनों की होती है। इन सात दिनों में पर्ची मिलने से लेकर गन्ने की छिलाई और चीनी मिल तक पहुंचना सम्भव नहीं हो पा रहा है। यही वजह है कि बहुत से किसानों की पर्चियां हायल यानी कालातीत हो जा रही हैं। किसान पर्चियों की वैधता तिथि सात दिन से बढ़ाकर 15 दिन करने की मांग पर अड़ गए।*
*मौके पर मौजूद मिल के लोगों ने किसानों को मनाने की काफी कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। दोपहर बाद मिल के यूनिट हेड अनिल पवार ने जिला गन्ना अधिकारी से मोबाइल पर बात कर गन्ना पर्चियों की वैधता तिथि सात दिनों से बढ़ाकर दस दिन किए जाने का आश्वासन दिया। इस आश्वासन पर किसान माने और तब गन्ने की तौल शुरू हो सकी। इस दौरान दो घंटे तक गन्ने की कमी से मिल में पेराई बंद रही।*******************************************