*शिक्षक भर्ती घोटाले (Teacher Recruitment Scam) में एसआईटी (SIT) ने अपनी जांच पूरी कर फर्जी शिक्षकों की सूची कासगंज बेसिक शिक्षा अधिकारी को सौंपी, जिसके बाद बीएसए 90 शिक्षकों की सेवा समाप्त करने की संस्तुति कर दी है*.
*कासगंज: BSA की बड़ी कार्रवाई, 90 शिक्षकों की सेवा समाप्त करने की सिफारिश*
*रिपोर्टर रतन गुप्ता सोनौली /नेपाल*
*कासगंज. उत्तर प्रदेश के कासगंज में बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) की बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है. प्रदेश में हुए शिक्षक भर्ती घोटाले में एसआईटी (SIT) ने अपनी जांच पूरी कर फर्जी शिक्षकों की सूची कासगंज बेसिक शिक्षा अधिकारी को सौंपी, जिसके बाद बीएसए अंजलि अग्रवाल ने 90 शिक्षकों की सेवा समाप्त करने की संस्तुति कर दी है. इस कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. अब इन निकाले गए शिक्षकों से वेतन सहित अन्य भत्तों की रिकवरी की तैयारी की जा रही है.****
*हम आपको बता दें कि जनपद में हुए शिक्षक भर्ती घोटाले में शिक्षकों की जांच करने के लिए एसआईटी टीम का गठन किया गया था. इसमें एसआईटी जांच के दायरे में आने वाले 92 शिक्षकों की जांच कर रही थी. एसआईटी ने अपनी जांच पूरी करते हुए फर्जी कागजों पर नौकरी कर रहे 90 शिक्षकों की सूची बेसिक शिक्षा अधिकारी अजंलि अग्रवाल को सौंपी, जिसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 90 शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी*.
*अब तक जवाब नहीं दिया*
*बेसिक शिक्षा अधिकारी अजंलि अग्रवाल ने बताया कि एसआईटी के द्वारा मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक के माध्यम से सीडी उपलब्ध कराई गई थी, जिसमें जनपद के 92 अध्यापक चिन्हित किए गए. इनकी मार्कशीट फर्जी और टेम्पर्ड थी. ऐसे में 92 शिक्षकों को बीएसए कार्यालय से नोटिस निर्गत किए गए थे और उनसे साक्ष्य सहित जवाब भी मांगा गया. सभी अध्यापकों ने अपने जवाब दाखिल किए, सिवाय एक टीचर के. उनमें से 90 के जवाब संतोषजनक नहीं पाए गए और उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गईं. वहीं एक अध्यापक को एसआईटी ने सही माना है, जिसे जांच सूची से बाहर निकाला गया है.***********************************