निचलौल(महराजगंज)स्थित उज्ज्वल हॉस्पिटल में बुधवार को ऑपरेशन के दौरान एक प्रसूता की मौत हो गई। मृतका की पहचान इंद्रावती, पत्नी उमेश निवासी ग्राम ओढ़वलिया के रूप में हुई है। इस मामले में अब एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में तैनात स्वास्थ्य कर्मी नीलम श्रीवास्तव ने इंद्रावती के परिजनों को सरकारी अस्पताल की बजाय निजी उज्ज्वल हॉस्पिटल भेजने के लिए कन्वेंस किया था। बताया जा रहा है कि उज्ज्वल हॉस्पिटल में बिना प्रशिक्षित डॉक्टर की मौजूदगी में ही ऑपरेशन किया गया, जिससे इंद्रावती की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। इसकी सूचना मिलते ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने जांच का आदेश देते हुए ऑपरेशन थिएटर को सील कर दिया है। जब इस मामले में नीलम श्रीवास्तव से पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला। यह घटना स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और निजी अस्पतालों के साथ उसकी मिलीभगत को उजागर करती है। सवाल यह उठता है कि जब विभाग के कर्मचारी ही गरीब मरीजों को जान के खतरे में डाल रहे हैं, तो आम जनता कैसे सुरक्षित महसूस करेगी? प्रशासन से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।
जिला प्रभारी- विजय पाण्डेय की रिपोर्ट
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