संवाददाता रमेश मेसे
मुंबई. सोमवार सुबह तक राज्य में कोरोना पीड़ितों की संख्या 89 पहुंच चुकी है। भीड़ को रोकने के लिए शहरी क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है। जरुरी सेवाओं को छोड़कर राज्य के 10 शहर पूरी तरह से लॉकडाउन हैं, जिनमें पुणे, मुंबई, नागपुर भी शामिल हैं। रविवार को जिस तरह से ‘जनता कर्फ्यू’ का समर्थन मिला सोमवार को इसके विपरीत स्थिति नजर आई। लगभग सभी बड़े शहरों में लोग सड़कों पर नजर आये और कारण पूछने पर सभी ने अपने काम को जरुरी बताया। हालांकि, पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए बिना कारण सड़कों पर घूम रहे लोगों को वापस उनके घरों में भेजा।
पूरे महाराष्ट्र में लगा कर्फ्यू
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को कहा,-राज्य में आज कई शहरों में धारा 144 और लॉकडाउन की स्थिति है। लोगों से अपील की गई थी कि वे घरों से बाहर नहीं निकले, इसके बावजूद बड़ी संख्या में लोग घूमते नजर आये। इसलिए अब पूरे महाराष्ट्र में कर्फ्यू लगाया जा रहा है।’ सीएम ने आगे कहा, ‘कर्फ्यू के दौरान फल सब्जियां दवाई और अन्य जीवन आवश्यक सेवाएं चालू रहेंगी। लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है, सभी धार्मिक स्थल बंद रहेंगे। केवल मंदिर के पुजारी या मौलाना ही मस्जिद या मंदिर में जा सकेंगे।
उद्धव ने कहा आज से सभी शहरों की सीमाओं को सील कर दिया गया है, साथ ही महाराज से लगे बॉर्डर्स भी सील कर दिए गए हैं।
इस बीच सोमवार को महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि अगर लोग बात नहीं मानेंगे और घरों से बिना मतलब के निकलेंगे तो पूरे राज्य में कर्फ्यू लगाने के अलावा और कोई चारा नहीं रह जाएगा।