*तराई के मौसम का मिजाज रविवार को दिनभर बदलता रहा। सूरज की लुकाछिपी के बीच लोग ठंड से राहत के लिए छतों पर जमे रहे। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से तराई के मैदानी क्षेत्रों में ठंड के साथ ठिठुरन बढ़ रही है। न्यूनतम व अधिकतम पारे में भी गिरावट दर्ज की जा रही है। हालाकि वैज्ञानिक रबी फसलों के लिए मौसम अनुकूल बता रहे हैं।*…
*तराई के मौसम का मिजाज रविवार को दिनभर बदलता रहा। सूरज की लुकाछिपी के बीच लोग ठंड से राहत के लिए छतों पर जमे रहे। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से तराई के मैदानी क्षेत्रों में ठंड के साथ ठिठुरन बढ़ रही है। न्यूनतम व अधिकतम पारे में भी गिरावट दर्ज की जा रही है। हालाकि वैज्ञानिक रबी फसलों के लिए मौसम अनुकूल बता रहे हैं।*
*तराई में सुबह से ही सूरज की लुकाछिपी चलती रही। दोपहर बाद मौसम बदल गया। बादल छा गए। ठंड बढ़ गई। बाजारों में ठंड बढ़ने का असर भी दिखा। ऊनी कपड़ों की दुकान पर खरीदारों की भीड़ रही। अवकाश का दिन होने के कारण मैदानों में बच्चे खेल का लुत्फ उठाते दिखे। न्यूनतम पारा 11 व अधिकतम 23 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम वैज्ञानिक डॉ.एमवी सिंह ने बताया कि पहाड़ों पर लगातार हो रही बर्फबारी के चलते तराई में पारा नीचे जा रहा है। सोमवार को पारा और लुढ़केगा। उन्होंने बताया कि बारिश होने से अधिकांश रबी फसलों को फायदा हुआ है। फसलों में करें टॉप ड्रेसिग उन्होंने बताया कि बारिश के बाद मौसम खुला है। बोआई के 25 दिन वाले गेहूं फसल की यूरिया से किसान टॉप ड्रेसिग करें। इससे फसल की बढ़वार अच्छी होगी। फसल उत्पादन पर भी प्रभाव पड़ेगा। यूरिया की बढ़ी मांग बारिश होने के साथ ही यूरिया की मांग अचानक बढ़ गई है। किसान समय से फसलों की टॉप ड्रेसिग के लिए यूरिया की खरीद को साधन सहकारी समितियों पर पहुंच रहे हैं। कहीं उन्हें खाद मिल रही है तो कहीं खाद न मिलने से किसानों को निजी दुकानों की ओर रुख करना पड़ रहा है। हालाकि जिला कृषि अधिकारीने बताते हैं कि जरूरत के मुताबिक दुकानों पर यूरिया की उपलब्धता पहले से ही बनी है।******************************************