महराजगंज:-जहां एक तरफ सूबे की सरकार खुले मंच से उत्तर प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का दावा करती आ रही है। तो वहीं दूसरी तरफ भ्रष्टाचार करने वाले भी नए-नए तरीके अपना कर दावों पर पलीता लगाते दिखाई दे रहे हैं। ताजा मामला महराजगंज जिले के मिठौरा विकासखंड के ग्राम पंचायत सेखुई का है। जहां मनरेगा योजना अंतर्गत ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव और रोजगार सेवक के मिली भगत करके फर्जी तरीके से 13 मजदूरों की हाजिरी लगाकर मालामाल हो रहे हैं, आपको बता दें कि सेखूई में श्रीकांत के खेत से ड्रेन तक कुलावा खुदाई का कार्य मनरेगा के तहत कराया जा रहा है जो कार्य सोमवार को पूरा हो गया उसके बाद भी फर्जी तरीके से हाजरी लगाया जा रहा है, ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव के मिली भगत करके भ्रष्टाचार में गोते लगाते हुए तेरह मजदूर का मनरेगा मजदूरों की मास्टर रोल पर फर्जी तरीके से हाजिरी भरी गई है और सरकारी धन का बंदर बांट किया जा रहा है, अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर क्या ऐसे भ्रष्टाचारी ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव पर कार्यवीय हो पाएगी कड़ी कार्यवाही या फिर ये कहें कि संबंधित भी अपना हिस्सा लेकर पल्ला झाड़ते नजर आयेंगे,वहीं जब मामले की जानकारी के लिए *एपीओ मिठौरा शिवेंद्र सिंह से दूरभाष पर बात किया गया तो उन्होंने बताया कि फोटो मंगवा कर पता करते है*, एक जिम्मेदार पद पर बैठे कर्मचारी का इस तरह बात करना उनकी भी भूमिका कहीं ना कहीं संदेह के घेरे में नजर आती है, वहीं मुख्य विकास अधिकारी से दूरभाष से बात करने की कोशिश की गई तो उनका काल नही उठा।
सवांददाता-श्रवण वर्मा की रिपोर्ट