पनियरा, महराजगंज। राजकीय पशु चिकित्सालय पनियरा में पशुओं के इलाज में लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है। जहाँ तैनात डाक्टर अतुल कुमार सिंह के द्वारा वेजुबान पशुओं को एक्सपायर इंजेक्शन लगाकर इलाज करने का पूरा मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
आपको बता दें कि पनियरा क्षेत्र में पशुओं के इलाज का एकमात्र चिकित्सा केंद्र माने जाने वाले पशु चिकित्सालय में इस तरह की लापरवाही या चूक का खुलासा होने से पशुपालक बेहद परेशान हैं।
आधार परिचय समाचार संवाददाता से मिली जानकारी के अनुसार पनियरा थाना क्षेत्र के नेवास पोखर निवासी मुनौवर आज अपने बीमार बकरी का इलाज कराने के लिए राजकीय पशु चिकित्सालय पनियरा पहुंचे । यहाँ पर तैनात कर्मचारी ने बकरी को इंजेक्शन लगाने के लिए शीशी उठाई तो मुनौवर ने इंजेक्शन पर लिखी जानकारी को चेक किया । इंजेक्शन पर लिखे गये एक्सपायर डेट को देखकर वह दंग रह गए। इंजेक्शन के लेबल पर एक्सपायर डेट दिसम्बर 2020 थी, जिसका विरोध करने के बाद पशु स्वास्थकर्मियों ने इंजेक्शन फेंक दिया। इसके बाद मुनौवर ने इंजेक्शन का वीडियो बनाकर हंगामा शुरू कर दिया।
मनुव्वर ने बताया कि इससे पहले एक्सपायरी इंजेक्शन लगाने से उनकी एक बकरी की मौत पहले ही हो चुकी है। जिसके कारण वह काफी सतर्कता बरतते हुए इस स्वास्थ्य केन्द्र की लापरवाही पर ध्यान रखा जहाँ उसकी सतर्कता का नतीजा रहा कि एक और बेजुबान की मौत होते होते रुक गयी।
इस लापरवाही के बारे में जब मीडिया कर्मियों ने पशु डाक्टर से बात की तो उन्होने तीखे उत्तर में बताया कि यह भूल थी शायद उस कर्मचारी की जिसने यह इन्जेक्शन लगाने के लिए उठा लिया था और इन्हे पता भी नही था कि कौन वह इन्जेक्शन दिया था लगाने के लिए।
यहाँ पर सबसे बडी बात यह रही कि डाक्टर को पता ही नही कि कौन सा इन्जेक्शन लगना था और कैसे एक्सपायरी दवा या इन्जेक्शन स्टोर में रखा हुआ है आखिर इसका जवाब कौन देगा और जो पहले बकरी मरी है क्या वह इसी तरह की लापरवाही का शिकार हुई।
जैसा कि यह सर्वविदित है कि गरीबों के लिए बकरी पालना एक प्रकार का रोजी रोटी का साधन है और ऐसे लापरवाह डाक्टरों की वजह से उनकी रोजी रोटी प्रभावित हो रही है। देखिए क्या इस गरीब के साथ क्या इन्साफ होता है ।
पनियरा संवाददाता राजेश यादव की रिपोर्ट