निचलौल(महराजगंज)स्थानीय निचलौल ब्लाक क्षेत्र में 108 ग्रामसभाओ मे सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया। वही 9 ग्रामसभा मे सामुदायिक शौचालय अभी भी अपूर्ण है 99 ग्राम सभाओं में कागजों में पूर्ण हो चुके हैं, लेकिन धरातल पर इनमें कई की स्थिति दयनीय है। कहीं पानी की कमी, कहीं टंकी अपूर्ण तो कहीं शेड न लगने से उनका उपयोग नहीं हो पा रहा है ग्रामसभा *दुर्गवलिया* सामुदायिक शौचालय का निर्माण जमीन के अभाव से हिस्टे हो गया जो अभी भी निर्माण नहीं हो पाया। स्वच्छ भारत मिशन के तहत करोड़ों रुपये खर्च कर निचलौल ब्लाक के सभी 108 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय बनवाए गए हैं। उनके संचालन की जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूहों को दी गई है। इसके लिए उन्हें हर महीने पारिश्रमिक दी जाती है। शौचालयों की साफ-सफाई के लिए भी अलग से बजट दिया जाता है। इसके बावजूद देख-रेख के अभाव में कहीं पानी का टोटी तो कहीं पाइपलाइन ही क्षतिग्रस्त है। ऐसे में सरकार की मंशा पूरी होती नहीं दिख रही है। सरकारी आंकड़ों में 108 ग्राम पंचायतों में 9 को छोड़कर 99 पूर्ण हो चुके हैं, लेकिन हकीकत में 50 फीसदी से अधिक शौचालय महीनों नहीं खुलते हैं। जिससे लोगों को खुले में शौच जाना पड़ रहा है। ग्रामसभा *कटहरी खुर्द* में सामुदायिक शौचालय बाहर से चकाकच हो चुका है लेकिन पानी की व्यवस्था नहीं। *जमुई कला* गांव में बना शौचालय दरवाजा ही गायब है। यूरिनल व टोटी अभी तक नहीं लगा ना ही दरवाजा लोग शौचालय जाने के लिये मेन गेट बंद कर के जाते है। *मटरा धमउर* गांव में बना शौचालय भी विधुत कनेक्शन नहीं होने के कारण बदहाल है टोटी टूट चुका समहू को हैंडओवर करने के बाद भी नहीं संचालित सामुदायिक शौचालय अभी अधूरा है।ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराकर भले ही स्वच्छता लाने का दावा किया जा रहा है लेकिन हकीकत कुछ और ही है। ग्रामीण खुले में जाने को विवश हो रहे हैं। इससे स्वच्छता पर सवाल उठना लाजिम है।निचलौल सहायक विकास अधिकारी विनय पाण्डेय ने अन्य अधिकारियों को लगाकर इसकी जांच भी कराईं थीं। जांच में पाया गया था कि कहीं पर शौचालय का निर्माण अपूर्ण हैं तो कहीं पर ताला लटक हुआ है। उन्होंने अतिशीघ्र शौचालयों का संचालन शुरू कराने का निर्देश दिया है इसके बाद भी स्थिति में सुधार नहीं आ रहा है। सामुदायिक शौचालय के संचालन के लिए सहायक विकास अधिकारी विनय पाण्डेय ने बताया की हौन्डोबर के लिए समूह को पत्र लिखा गया है। किन कारणों से नहीं शुरू हो रहे हैं, उसकी भी रिपोर्ट मांगी गई है। अगर जहां पर भी बंद पाया जाएगा वहां के सचिव के खिलाफ कार्रवाई होगी।
निचलौल तहसील प्रभारी- विजय पाण्डेय की रिपोर्ट