निचलौल(महराजगंज):- जिले के निचलौल ब्लाक में के मटरा धमउर और रेगहिया ग्रामसभा मे बीते तीन माह पहले मनरेगा योजना से 7 लाख रुपये का तीन महीने पहले ही फर्जी हाजिरी भर कर कई लाखो का भुगतान कराया गया वही ग्राम सभा के मनरेगा मजदूरों द्वारा बताया जा रहा हैँ की मैके पर पचास से साठ लोग काम करने गये थे और पांच से छह दिन मे पूरा काम तीनो साइड पर हुआ था
जब पांच दिन मे पुरा काम करवाने वाले सरकारी कर्मचारी प्रति साइड पर 17 हाजिरी कौसे लगा और लगा तो उतना दिन काम क्यों नहीं हुआ? मैके पर एक ही दिनांक 31/5/2021से 16/6/21 पर तीन साइड का मस्टरोल पर एक ही डेट पर क्या इस मस्टरोल के मुताबिक पुरे गांव के लोग मनरेगा मे मजदूरी करने गये? , वही ग्रामीणो का आरोप हैँ की मेरे खाते मे तीन हजार रुपया भेजे दिए हैँ और निकलवा कर हमें 300 रूपया दे दिए और पूरा पैसा प्रधान और रोजगार सेवक व , सम्बंधित अधिकारी ले लिए तो वही कुछ मनरेगा मजदूरों ने बताया की हमें आज पैसा देकर गये हैँ मनरेगा के तहत काम करने वाले मजदूरों का पैसा प्रधान और रोजगारसेवक अपने हाथ से पैसा बाटते हैँ इन मजदूरों को कोई भी सरकार आये हमेशा परेशान होना पढ़ता हैँ ऐसे धन उगाही , दलालो , घुसखोर कर्मचारी, जो इस सम्बंधित कार्य को अच्छे से नहीं पुरा कर पा रहे हैँ उनके ऊपर कढ़ी कारवाही होनी चाहिए अभी साल नहीं बीते प्रधान और सचिव घोटाला करना सुरु कर दिए मैके पर काम करने वाले ग्रामीणों ने बताये की काम केवल नाम के लिए हुआ हैँ और केवक धन उगाही किया गया हैँ वही प्रधान से पूछे जाने पर बोलते हैँ की हमें पता नहीं और सचिव का कहना हैँ की याद नहीं अब ऐसे सचिव जिनको अपने ग्रामसभा के कार्यों की जानकारी नहीं हैँ की क्या काम हुआ और कितना हुआ? उनको तो केवल अपना % हिस्सा चाहिए काम हो या ना हो।
तहसील प्रभारी निचलौल – विजय पाण्डेय की रिपोर्ट