महराजगंज: धानी ब्लाक के अंतर्गत नौसागर के टोला खास नौसागर में एक विधवा जिसका नाम सुषमा है उसका विवाह एक स्वास्थ्य विभाग के वाहन चालक देवेंद्र चौधरी से हुआ था जिसका एक पुत्र भी है । शादी के चार साल बाद देवेंद्र की मृत्यु हो गई । सुषमा चौधरी ने अपना नाम और अपने पुत्र का नाम परिवार रजिस्टर में नाम डलवाने के लिए सेक्रेटरी ऋषिकेश पटेल के पास गई तो ऋषिकेश पटेल द्वारा नोटरी मांगा गया । विधवा महिला दूसरे दिन नोटरी ले के गयी तो महिला को भगा दिया गया। विधवा महिला का कहना है कि ऋषिकेश पटेल सेक्रेटरी द्वारा कहा गया कि तुम्हे पंद्रह से बीस हजार रुपये पेंसन मिलेगा तो कम से कम बीस हजार रुपये मुझे भी दो तभी तुम्हारा और तुम्हारे बच्चे का नाम परिवार रजिस्टर नकल में नाम पड़ेगा। इतना सुनते ही विधवा महिला घर आई और कई पूर्व प्रधान और अन्य गांव के समाज सम्भान्त व्यक्तियो से कही और SDM फरेंदा से शिकायत की उसके बाद ऋषिकेश पटेल द्वारा कहा गया कि तुम मेरा शिकायत पूरे महराजगंज में किसी से करो मेरा कोई कुछ नही कर पायेगा मैं सांसद का भांजा हु। और तुम्हारा शादी देवेंद्र से हुआ ही नही है। जब कि महिला के पास निवास प्रमाण पत्र ,आय प्रणाम पत्र, जाति प्रणाम पत्र जो लेखपाल से रिपोर्ट लगाया गया है और पहचान पत्र BLO के आधार पे बनाया गया और आधार कार्ड में पति का नाम देवेंद्र ही तो और पूर्व प्रधान बेचना वरुण और कई सदस्य भी कह रहे है कि सुषमा का विवाह देवेंद्र से ही हुआ था तो ऋषिकेश पटेल किस आधार पे कह रहे है कि सुषमा का विवाह देवेंद्र से नही हुआ था। और सुषमा के भाई महेंद्र और सुरेंन्द्र चौधरी का कहना ही कि यदि मैं ऋषिकेश पटेल सेक्रेटरी को बीस हजार रुपये दे देता तो ऐसा नही कहते और ऋषिकेश पटेल सेक्रेटरी कहते है कि जब तक मैं तुम्हारा ग्राम सभा देख रेख करूंगा तब तक तुम्हारे बहन सुषमा और तुम्हारे भांजे सुजीत का नाम नही पड़ेगा। और विधवा महिला दर दर की ठोकरे खाते हुए अपनी फरियाद को लेके मुख्य विकास अधिकारी महराजगंज के पास पहुची। मुख्य विकास अधिकारी का कहना है मामला संज्ञान में जांच कर कार्यवाही की जाएगी।
*संवाददाता- नीरज गुप्ता*