*रिपोर्टर रतन गुप्ता*
*दूसरे प्रदेशों में फंसे मजदूरों की घर वापसी का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इजाजत के शुरू सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा। संतकबीरनगर से गोरखपुर में प्रवेश करने के गेट-वे कसरवल में बसों से उतरने वाले मजदूरों का लॉकडाउन के बीच किया गया संघर्ष हिला देने वाला है*।
*खाने-पीने को मोहताज खाली हाथ ये मजदूर पैदल ही सैकड़ों किलोमीटर के अंतहीन सफर में निकल पड़े। मजदूरों का कहना है कि घर वालों की जिंदगी में कुछ बदलाव ला सके, इसलिए घर परिवार छोड़ दूसरे प्रांतों में तमाम दुश्वारियां सहते हुए रोजी रोटी कमा रहे थे। लेकिन कोरोना के कारण जब दाने-दाने को मोहताज हो गए तो फिर पैदल ही घरवापसी के लिए निकल पड़े। मजदूर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी आभार जताते हैं कि उन्होंने घरवापसी की मंजूरी दी। लेकिन अब उन्हें चिंता सता रही कि वे यहां गांव में क्या करेंगे*? *