*रिपोर्टर रतन गुप्ता*
*कपड़ा व्यापारियों ने नवरात्र, रमजान और शादी के सीजन के लिए कपड़ों का जो स्टाक खरीदा था, अब उसके दीपावली में ही निकलने के आसार हैं। व्यापारियों के मोटे अनुमान के मुताबिक गोरखपुर थोक व फुटकर कपड़ा मंडी की बात करें तो लगभग 500 करोड़ रुपये के कपड़ों का स्टाक भरा हुआ है। व्यापारियों का मानना है कि लॉकडाउन से जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई में लंबा समय लग जाएगा।*
*इन दिनों शादी, रमजान का सीजन आने की वजह से झूमकर खरीदारी की जाती है। महज पंद्रह दिन मतलब, 15 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच में ही सूरत, गुजरात से मंगाए कपड़ों के स्टाक में लगभग 25 प्रतिशत की खरीददारी हो जाती है। लेकिन, इस बार 22 मार्च से ही जनता कर्फ्यू और लॉकडाउन की शक्ल में कोरोना का कहर बाजारों पर टूट पड़ा। व्यापारी फरवरी में होली के साथ ही अप्रैल में आने वाले रमजान त्योहार को देखते हुए कपड़ों का बड़ा स्टाक अपने पास मंगवा लेते हैं।*
*होली में तो थोड़ी बहुत खरीददारी हुई भी, लेकिन दस दिन के बाद( 22 मार्च) से ही कोरोना का ग्रहण लग गया है। इससे अप्रैल में आने वाले रमजान का व्यापार खासा प्रभावित हुआ। इसी बीच शादी की खरीददारी का वक्त बीत ही गया। 23 अप्रैल से रमजान की संभावित शुरूआत है और आगे शादी की तैयारियों का सीजन। शादी और ईद में शहर में 300 करोड़ रुपये का व्यापार होता है।***†************************************†*******************