
*बीएड की फर्जी डिग्री हासिल कर नौकरी पाने वाले शिक्षकों की बर्खास्ती का क्रम जारी है। बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) अरविंद कुमार ने बृहस्पतिवार को जिन 30 शिक्षकों को बर्खास्त किया है उनके खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज की जाएगी*।
*लेकिन फर्जी डिग्री दिलाने वाले शिक्षा माफिया पकड़ से दूर हैं। जांच के दौरान जिन शिक्षकों की बीएड की डिग्री फर्जी पायी गई है सभी की डिग्री वर्ष 2004-05 की हैं। डा. भीमराव आंबेडकर विश्व विद्यालय में सांठगांठ रखने वाले शिक्षा माफियाओं से इन डिग्री को दिलाया गया है।*
*चौंकाने वाली बात यह है कि फर्जी डिग्री के पूरे खेल में लिप्त शिक्षा माफिया पकड़ से दूर हैं। शिक्षा माफिया अपने रसूख और सियासी पहुंच से पूरा खेल करते रहे।*
*बृहस्पतिवार को जिन शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है उनमें प्रमोद कुमार (ककरारा), राम नरायन (पीथनपुर), कुसुमलता (कचोलर), नवदीप कुमार (नगला कोठी), धमेंद्र सिंह (नगला पाती), श्वेता सिकरवार (स्वरूपपुर), अनिल कुमार चंदेल (जैमतपुर), संजय कुमार (नगला मुंशी), पूनम सिंह (डौरी), जोगेंद्र पाल सिंह (रूहासी), जयवीर सिंह (ईखू), अनूप कुमार (इनरई), रिंकुल (बरौली), मिथलेश (हाथवंत दो), अर्चना कुमारी (कटैना हर्षा), बर्षा रानी (गांगई), सत्य प्रकाश (अव्वासपुर), अंजना रजक (बिलौटिया), सजय कुमार(सौरख), कुमारी पंकज (छटनपुर), मधुलता इसौलिया (बरकतपुर), देवेंद्र (खरसुली), अंजू लता (उलाऊ), रनवीर सिंह (खेरिया अहमद दो), राजीव कुमार (सबलपुर), मोहनदेवी (नगलादत्त), सीमा चौधरी (हजरतपुर फैक्ट्री), चंद्र पाल सिंह (गोथुआ), पुनीत कुमार सिंह (नगला महादेव), विजय कुमार (प्रा.वि. एटा) शामिल हैं।*****************************************
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