*जमीन की खरीद-फरोख्त ऑनलाइन होने के बाद अब स्टाम्प की ब्रिकी भी ऑनलाइन शुरू कर दी गई है। पांच हजार रुपये तक स्टाम्प मैनुअल की जगह अब ई-स्टाम्प प्रणाली से खरीदे व बेचे जाएंगे। स्टाम्प विक्रेताओं को भुगतान भी ऑनलाइन किया जाएगा।*
*इससे स्टाम्प चोरी व फर्जी स्टाम्प पर रोक लगने के साथ लोगों को सहूलियत भी मिलेगी। बुधवार को महराजगंज में स्टाम्प विक्रेताओं को नई व्यवस्था की जानकारी दी गई। सहायक आयुक्त स्टाम्प बाल्मीकि त्रिपाठी ने बताया कि ई-स्टाम्प के तहत पांच हजार रुपये से अधिक मूल्य वाले स्टाम्प ऑनलाइन खरीदे-बेचे जाएंगे। इससे कम की स्टाम्प खरीद मैनुअल होती रहेगी। नई व्यवस्था लागू होते ही स्टाम्प विक्रेता को स्टाम्प बेचने की अधिकतम सीमा का प्रतिबंध भी समाप्त कर दिया गया है।*
*पहले एक स्टाम्प विक्रेता अधिकतम 15 हजार रुपये तक का स्टाम्प ही बेच सकता था। लेकिन अब इसकी कोई सीमा नहीं है। पांच हजार रुपये से अधिक का भुगतान नकद नहीं किया जाएगा। ग्राहक बैंक ट्रांजेक्शन के माध्यम से स्टाम्प विक्रेता को भुगतान करेंगे। इसके बाद स्टाम्प विक्रेता धनराशि को ऑनलाइन ही कोष में जमा करेंगे। इसके बदले स्टाम्प विक्रेताओं को 1.115 प्रतिशत कमीशन मिलेगा। स्टाम्प वेंडिंग कारपोरेशन गोरखपुर के अधिकारी मृत्युंजय शाही ने स्टाम्प खरीद-बिक्री के नियमों की जानकारी दी।*
*महराजगंज में एक अरब का है कारोबार ***
*उप निबंधक कार्यालय से लेकर तहसीलों व* न्यायालय समेत सभी को मिलाकर महराजगंज में करीब एक अरब का स्टाम्प बिक्री होती है। अब नई व्यवस्था के तहत यह धनराशि ऑनलाइन जमा* होगी*
*कागज व फोटो कापी से मिल जाएगी छुट्टी*
ऑनलाइन व्यवस्था शुरू होने से धनराशि अधिक होने पर जहां अधिक स्टाम्प पेपर लगते थे, वहां अब तीन चार पन्ने में ही काम चल जाएगा। स्टाम्प खरीद पर एक स्टाम्प के साथ दो तीन कागज स्टाम्प खरीद का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। यही दस्तावेज हर जगह काम आएगा।*******************************************