*रिपोर्टर रतन गुप्ता सोनौली /नेपाल*
*गोरखपुर की नकहा रेलवे क्रॉसिंग के पास कार में पांच संदिग्धों को देखे जाने की सूचना सोशल मीडिया और मीडिया में वायरल होने से हड़कंप मच गया। एसएसपी ने खुफिया एजेंसियों से वार्ता की तो पता चला कि एक महीने पहले जिस सूचना के आधार पर जांच की जा रही है, उसे किसी ने फिर से वायरल कर दिया है। **
*हालांकि एसएसपी डॉ. सुनील कुमार गुप्ता ने एहतियातन पुलिस फोर्स, खुफिया एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा है। एसएसपी ने बताया कि जिस शख्स ने संदिग्धों की सूचना दी थी, उससे पूछताछ की गई थी। कोई भी गंभीर बात नहीं है। पूर्व मध्य रेल समस्तीपुर के रेलवे सुरक्षा बल के मंडल सुरक्षा आयुक्त के नाम से एक पत्र वायरल हुआ है*।
*पत्र में लिखा है कि 16 सितंबर को नकहा जंगल रेलवे क्रॉसिंग के नजदीक अंकित सर्विस सेंटर के पास एक व्यक्ति ने बताया था कि उसने एक स्विफ्ट कार में पांच लोगों को देखा था, जो आपस में वार्ता कर रहे थे कि दिवाली काफी धमाकेदार होगी, पूरा हिंदुस्तान देखेगा और याद रखेगा।*
*इसकी जानकारी गोरखपुर पुलिस को खुफिया तरीके से लग गई थी. चूंकि रेलवे आयुक्त की ओर से इसे लेकर जो पत्र जारी किया गया था वह गोरखपुर को नहीं भेजा गया था इस वजह से पुलिस खुफिया सूचना के आधार पर जांच करके इसे पूरा भी कर चुकी थी। मगर इसी बीच गुरुवार को एक टीवी चैनल पर आतंकी पकड़े जाने की सूचना के चलते हड़कंप मच गया।*
थोड़ी ही देर में एसएसपी का फोन बजने लगा और सभी उनसे आतंकी के बारे में जानकारी चाहते थे। दोबारा जांच में पुलिस ने पाया कि उसी पत्र को गलत तरीके से दर्शाया गया है। बाद में चैनल से संपर्क कर खबर का खंडन किया गया।
2007 में हो चुका है सीरियल ब्लास्ट
गोरखपुर में पहले भी सीरियल ब्लास्ट हो चुका है। 22 मई, 2007 को शहर के गोलघर में हुए बम धमाकों से शहर दहल गया था। इस ब्लास्ट में एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए थे। इस धमाके के पीछे भी लश्कर के आतंकियों का नाम सामने आया था। इस घटना में शामिल तीन आतंकियों को भी गिरफ्तार किर लिया गया था। पकड़े गए आतंकियों ने गोरखपुर के अलावा वाराणसी और उत्तर प्रदेश के तीन शहरों की कचहरियों में हुए धमाके की बात भी स्वीकारी थी।
सूचना अपुष्ट थी। पिछले महीने की 16 तारीख को किसी संदिग्ध को देखे जाने का इनपुट आया था। इसकी तफ्तीश की गई। एटीएस ने भी अपने स्तर से जांच की है। फिलहाल कोई गंभीर बात सामने नहीं आई है। सूचना देने वाले शख्स से भी पूछताछ की गई थी, उसकी बातों में कोई गंभीरता नहीं थी। *नेपाल बॉर्डर को देखते हुए पुलिस महकमा पूरी तरह से अलर्ट है- डॉ. सुनील कुमार गुप्ता, एसएसपी****************************