झनझनपुर (महराजगंज) क्षेत्र के विभिन्न गांवों में को वट सावित्री पूजा परंपरागत रूप से आस्था व श्रद्धा के साथ मनाया गया। पति के दीर्घायु एवं अखंड सौभाग्य के लिए महिलाओं ने व्रत रखते हुए वट वृक्ष के नीचे वट सावित्री की पूजा की। साथ ही वट वृक्ष में सूती धागा लपेट कर परिक्रमा की।क्षेत्र के रेहाव स्थित कारण माता मंदिर के पास वट वृक्ष के नीचे सुबह से लेकर दोपहर तक पूजन-अर्चन चलता रहा। मंगलगीत गूंजते रहे। सुबह स्नान कर महिलाओं ने व्रत का संकल्प लिया। इसके बाद अपने आसपास के वट वृक्षों के नीचे जाकर पूजा-अर्चना की। पौराणिक कथा के अनुसार सावित्री ने अपने पति सत्यवान के जीवन दान के लिए पूजा- अर्चना कर यमराज से अपने अपने पति के लंबी उम्र का वरदान प्राप्त किया था। यमराज के वरदान से वट वृक्ष के नीचे पड़े सत्यवान के मृत शरीर में जीव का संचार हुआ था। इसी को लेकर यह परंपरा आज भी चली आ रही है और महिलाएं अपने पति की लंबी आयु एवं सौभाग्यवती बने रहने के लिए वट सावित्री की पूजा करती है।
झनझनपुर संवाददाता – रंजीत शर्मा की रिपोर्ट
Star Public News Online Latest News