निचलौल(महराजगंज)बिना मान्यता के विद्यालय बेरोकटोक चल रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में बिना मान्यता प्राप्त स्कूल का संचालन हो रहा है। साल दर साल ऐसे स्कूलों की संख्या बढ़ती रहती है, लेकिन सब कुछ जानते हुए भी अधिकारी खामोश रहते हैं। आर्यभट्ट नेशनल स्कूल ग्राम सभा मदनपुर कुट्टी में बिना मान्यता के संचालित किया जा रहा है जबकि मिठौरा खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा विद्यालय बंद करने का नोटिस जारी किया गया लेकिन विभाग के मिली भगत से विद्यालय संचालित किया जा रहा। इसमें प्राथमिक स्तर के विद्यालयों की संख्या सबसे अधिक है। शिक्षा सत्र शुरू होते ही गांव तक नए स्कूल खोलने की होड़ लग जाती है। मानक, मान्यता की परवाह किए बिना मकानों, दुकानों से लेकर झोपड़ियों तक में स्कूल चलाने लगते हैं । इसके बाद भी गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों की संख्या कम होने के बजाए बढ़ती रहती है। आर्यभट्ट नेशनल स्कूल में लगभग 350 बच्चो की भविष्य अंधकार में डुबोया जा रहा । विद्यालय में प्राइवेट सफेद गढ़ियो से भेड बकरियों जैसे बच्चो को लाया जाता। कार्यवाही का झांसा देते हुए। शिक्षा विभाग की ओर से सिर्फ नोटिस जारी कर दिया गया । इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी आनंद मिश्रा से जानकारी लेना चाहे उनका फोन रिसीव नहीं हुआ।
निचलौल तहसील प्रभारी-विजय पाण्डेय की रिपोर्ट