निचलौल(महराजगंज )निचलौल क्षेत्र में यूरिया खाद की किल्लत बनी हुई है। साधन सहकारी समितियों पर खाद नहीं है। किसान खाद के लिए भटक रहे हैं। यूरिया नहीं मिल पा रही है। निचलौल क्षेत्र के कुछ दुकानों पर अधिक मूल्य लेकर खाद की बिक्री की जा रही है। जिम्मेदारों की नजर नहीं पड़ रही है। नेपाल सीमा पर तस्करी जोरों पर है। यह कब खत्म हो गई, पता ही नहीं चला। सरकार ने यूरिया खाद की कीमत 267 रुपया निर्धारित किया है। किसान को आधार कार्ड व जोत बही दिखाने पर खाद देने का आदेश है। जगदीश, संत, अमर, अनवर आदि किसानों ने बताया कि आवश्यकता के अनुसार खाद नहीं मिल पा रही है। दुकानों पर 350 रूपए लेकर यूरिया बेचा जा रहा है नेपाल भेजने के वजह से दामों में किल्लत कर दीया गया है नेपाल सीमा पर भारत नेपाल सीमा पर एक बार फिर खाद की तस्करी तेज हो गयी है। साइकिल,मोटरसाइकिल, टेंपों, के माध्यम से भारतीय खाद सीमा पर तस्कर एकत्र करते हैं। रात में समय देख कर इसे नेपाल भेज दिया जाता है। सीमा पर तैनात सुरक्षा एजेंसियां भी खाद तस्करी को रोक पाने में विफल हो रही हैं। तस्कर खाद भेजने के लिए पगडंडी का सहारा लेते हैं। कालाबाजारी के कारण यह 300 रुपये तक में बिक रही है। नेपाल ले जाकर इसकी कीमत आठ सौ से एक हजार रुपये तक वसूल की जाती है। सीमा क्षेत्र के बार्डर से पगड़डी रास्तों से खाद की तस्करी जारी है।
निचलौल तहसील प्रभारी-विजय पाण्डेय की रिपोर्ट