निचलौल(महराजगंज) नेपाल राष्ट्र के त्रिवेणी नदी में मौनी अमावस्या पर मंगलवार को हजारों श्रद्धालुओं ने नदी में डुबकी लगाई और परंपरा के अनुरूप स्नान-ध्यान व दान कर पुण्य के भागी बने। नगर के त्रिवेणी घाट,पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी रही। घाटों पर भोर से ही श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था और धूप खिल जाने से नहान को लेकर गांव-गिरांव के लोगों में विशेष उत्साह देखा गया। जनपद के अन्य नदी घाटों व सरोवरों के इर्द-गिर्द भी मेले सा दृश्य रहा ।अमावस्या का महत्व माघ के महीने को हिंदू धर्म ग्रंथों में बहुत पवित्र माना गया है। इस मास के हर दिन को स्नान – दान के लिये बहुत ही शुभ माना जाता है। लेकिन माघ मास के ठीक मध्य में अमावस्या के दिन का तो विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदी त्रिवेणी नदी गंगा का जल अमृत बन जाता है। इसलिये माघ स्नान के लिये माघी अमावस्या या मौनी अमावस्या को बहुत ही खास बताया गया है। इस दिन व्रती को मौन धारण करते हुए दिन भर मुनियों सा आचरण करना पड़ता है ,इसी कारण यह अमावस्या मौनी अमावस्या कहलाती है ।
निचलौल तहसील प्रभारी-विजय पाण्डेय की रिपोर्ट