मनरेगा मजदूरों के नाम पर हुई फर्जी निकासी की शिकायत

निचलौल(महराजगंज)विकास खण्ड मिठौरा मे कैसे होता है कागजो पर निर्माण।  मनरेगा योजना के तहत करवाए जाने वाले विकास कार्यों में फर्जीवाड़ा का लगा आरोप। सचिव व प्रधान, रोजगार सेवक द्वारा मस्टरोल में मजदूरों की फर्जी उपस्थिति व हाजिरी दिखाकर पैसे गबन करने के मामले मे महेशपुर कबेलवा के निवासी आशुतोष ने मुख्य विकास अधिकारी को लिखित शिकायती  पत्र देकर  जांच का किये  मांग। जानकारी अनुसार मनरेगा योजना के तहत करवाए जाने वाले रोजगार सेवक तथा प्रधान के तौर पर कार्यरत हैं। मनरेगा मजदूर बनाकर भ्रष्टाचार का खेल ग्राम प्रधान द्वारा किया गया है। ग्रामीण आशुतोष का कहना है इस वर्ष में प्रधान द्वारा तीन कार्य कराया गया। इसमें तीनों साइडों में फर्जी हाजिरी लगाकर प्रधान द्वारा धन उगाही व भ्रष्टाचार किया। सरकार जहाँ  तरलेंस पर कम कर रही है वही ब्लाक के भ्रष्ट अधिकारी सरकार को बदनाम कर रहे। जबकि जमीनी स्तर पर कुछ और देखने को मिला। उनका कहना है कि जब 24 नर्सरी में कार्य कराया गया तो महेशपुर कबेलवा से मजदूर लाया गया जबकि इसकी दूरी 7 किलोमीटर पड़ती है इस गांव से उस गांव तक। फर्जी कार्य कराना इस ब्लॉक का आम बात हो गई। ग्राम प्रधान व ब्लाक के कर्मचारियों की मिली भगत से दूसरे के जाब कार्ड पर अपने चहेतों का खाता संख्या फीड कर दिया जा रहा है। इससे मनरेगा का धन जाबकार्ड धारकों के खाते में जाने के बजाए दूसरे के खाते में चला जा रहा है। सीडीओ गौरव सिंह ने बताया कि यदि ऐसा हो रहा है तो यह गंभीर मामला है। टीम गठित कर प्रकरण की जांच कराई जाएगी। इसमें जो भी दोषी मिलेगा, उसके विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाएगी।

निचलौल तहसील प्रभारी -विजय पाण्डेय की रिपोर्ट

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