निचलौल(महराजगंज)हमारे देश का जीवन ग्रामीण अंचलों में बसता है। जो कि स्वस्थ व सुन्दर होना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। लेकिन जिला प्रशासन की उदासीनता ने सिर्फ जनपद के ग्रामीण अंचल को अस्वस्थ कर दिया है। वहां के विकास और सफाई पर पूरी तरह से ग्रहण लगा दिया है। जिसका जीता जागता प्रमाण जनपद महराजगंज के मिठौरा ब्लाक से सटे बरोहिया गाँव में देखने को मिला। बरोहिया जैसे कई गाँव एक दूसरे से सटे हुए हैं जहां लगभग 6 हजार से ऊपर की आवादी अपना-अपना जीवन यापन करती हैं। लेकिन हजार लोगों के इस गांव में बहाने के पानी के लिए नाली मरमत भी नहीं करवाया जा रहा है। जबकि बारिश होते ही गांव ताल तलैया की तरह जलमगन दिखाई देने लगते है। जो ग्रामीणों के लिए मुसीबत के रूप में चारिश होते ही प्रकट हो जाती है। जब दैनिक स्वतंत्र प्रभात की टीम चली तो देखा कि नालियां तो सड़कों में समाई हुई है। जो कि आये दिन गन्दगी भरी दल-दल का रूप धारण कर लेता है। जिससे ग्रामीणों का आना जाना दूभर हो जाता है और तो क्या कहें पूर ग्रामीण अंचल में चक्ररोड़ों की स्थिति भी दल-दल से कम दिखाई नहीं दे रहा। महीनों बीत जाने के बावजूद भी नहीं आता गांव मे सफाई कर्मी कौसे बनेगा स्मार्ट गांव बरोहिया के निवासी घनश्याम ने बताये सफाई कर्मी कई बार बोले लेकिन नहीं आता सफाई करने। घनश्याम के घर के ही आगे जलजलाव हुआ है उनका कहना है की पानी जलजलाव होने से घर मे कीड़े आ रहे है बच्चो का ताबित खराब हो गया है कैसे रहे ब्लाक के आलाधिकारी भी मौन इसलिए नहीं हो रहा सफाई।
तहसील प्रभारी निचलौल-विजय पाण्डेय की रिपोर्ट