कुष्ठ जागरूकता अभियान एवं पखवाड़ा
सौरभ पाण्डेय
महराजगंज:- कुष्ठ जागरूकता अभियान एवं पखवाड़ा के तहत शनिवार को सेंट जोसेफ स्कूल महराजगंज में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों तथा शिक्षकों को कुष्ठ रोग उन्मूलन के लिए जागरूक किया गया। कार्यक्रम में बताया गया कि यदि किसी के शरीर पर कुष्ठ रोग के लक्षण दिखें तो छिपाएं नहीं, बताएं। इस बीमारी का सरकारी अस्पताल पर निःशुल्क इलाज कराएं। उक्त विद्यालय के बच्चों को संबोधित करते हुए कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम के जिला परामर्शदाता डॉ. अनिल कुमार बर्नवाल ने कहा कि समाज में कुष्ठ रोग के प्रति तमाम भ्रांतियाँ हैं, जिसे जिन्हें मिटाना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि समाज में अभी भी कुछ लोगों को यह अंधविश्वास है कि कुष्ठ रोग वंशानुगत कारणों, अनैतिक आचरण, अशुद्ध रक्त, खानपान की गलत आदतों से होता है। यह पूर्णतया गलत तथ्य है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के जोनल कोर्डिनेटर डॉ. सागर घोडेकर ने कहा कि कुष्ठ रोग की पहचान आसानी से की जा सकती है। यदि किसी व्यक्ति में को कुष्ठ रोग के लक्षण दिखे तो तत्काल नजदीक के सरकारी अस्पताल पर जाकर इलाज शुरू करा दें। कुष्ठ रोग से डरने नहीं बल्कि इलाज कराने की जरूरत है। इलाज न कराने पर प्रभावित अंगों में दिव्यांगता आ सकती है। फिजियोथिरेपिस्ट स्वाती गुप्ता, नान मेडिकल एसिस्टेंट हेमंत, पैरा मेडिकल स्टाफ सतेन्द्र ने बच्चों को पोस्टर दिखाकर कुष्ठ रोग के लक्षण एवं बचाव के बारे में विस्तार से बताया।
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एक कुष्ठ रोगी से की मुलाकात
डब्ल्यूएचओ के जोनल को-आर्डिनेटर डॉ. सागर घोडेकर, जिला परामर्शदाता डॉ. अनिल कुमार बर्नवाल, फिजियोथिरेपिस्ट स्वाती गुप्ता, हेमंत, सतेन्द्र ने सदर ब्लॉक के ग्राम पंचायत चौपरिया में जाकर एक पूर्व कुष्ठ रोगी से मुलाकात की तथा इलाज के बारे में जानकारी ली।
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कुष्ठ रोग के लक्षण
-शरीर पर हल्के तांबा रंग के चकत्ते हो जाना।
– शरीर के किसी स्थान पर सुन्नापन हो जाना।
-सुई लगने पर दर्द महसूस न होना।
-हथेली अथवा पैर के तलवे में भी सुन्नापन हो तो कुष्ठ की जांच अवश्य कराएं।