एस पी न्यूज(सवांददाता)*गोरखपुर जिले में इस महीने तीन सौ ट्रांसफॉर्मर जले हैं यानी रोजाना 23 से ज्यादा ट्रांसफॉर्मर जल रहे हैं।*गोरखपुर, ट्रांसफार्मरों पर बारिश मुसीबत बनकर टूट रही है। पहले से ओवरलोड ट्रांसफॉर्मर बारिश के कारण शार्ट सर्किट से जल रहे हैं। गोरखपुर मंडल में 13 दिनों में 800 ट्रांसफॉर्मर जल चुके हैं। सिर्फ गोरखपुर जिले में इस महीने तीन सौ ट्रांसफॉर्मर जले हैं, यानी रोजाना 23 से ज्यादा ट्रांसफॉर्मर जल रहे हैं। इस बीच बारिश के कारण हुए जलभराव से जले ट्रांसफार्मर बदलने में भी दिक्कत हो रही है। बारिश के बीच हवा चलने से पेड़ की डालियां हाईटेंशन लाइन पर गिर जाती हैं, इससे लाइन में शार्ट सर्किट होने लगती है। यदि किसी कारण फीडर नहीं बंद हुआ तो शार्ट सर्किट से ट्रांसफॉर्मर जल जाते हैं।*
*यहां नाव से पहुंचाया गया ट्रांसफार्मर*
*सिकरीगंज के रानीपुर में घरों को जाने वाली लाइन पर पेड़ की डाल गिरने से शार्ट सर्किट हुआ और ट्रांसफॉर्मर जल गया। कार्यशाला से ट्रांसफॉर्मर भेजा गया तो जलभराव बाधक बना। स्थानीय नागरिकों ने नाव की व्यवस्था कर ट्रांसफॉर्मर को पोल के पास पहुंचाया, फिर आपूर्ति बहाल हो सकी। बड़हलगंज में 63 केवीए का ट्रांसफॉर्मर पहले से ही ओवरलोड है। पिछले दिनों हुई बारिश में ट्रांसफॉर्मर जल गया। कार्यशाला से ट्रांसफॉर्मर भेजा गया, लेकिन क्षमता वृद्धि न होने के कारण फिर बारिश में ट्रांसफॉर्मर बदलने की आशंका बनी हुई है*।
*जांच न होने के कारण बढ़ रहा लोड*
*कोरोना संक्रमण फैलने के कारण लॉकडाउन में बिजली निगम परिसर में लोड की जांच नहीं करा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह मीटर न होने के कारण लोग हीटर पर खाना पकाने लगे हैं। इस कारण ट्रांसफॉर्मरों पर लोड बढ़ता जा रहा है।*
*48 घंटे में ट्रांसफॉर्मर बदलने का है नियम*
*प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में जला ट्रांसफार्मर 48 घंटे में बदलने का नियम बनाया है। शहरी क्षेत्र में जले ट्रांसफॉर्मर 24 घंटे में बदलने का नियम है।*
*इस महीने जले ट्रांसफॉर्मर*
*इस माह गोरखपुर में 300, कुशीनगर में 180, महराजगंज में 130 और देवरिया में 190 ट्रांसफार्मर जल गए हैं। जबकि जून में गोरखपुर में 575, कुशीनगर में 163, महराजगंज में 288 और देवरिया में 270 ट्रांसफार्मर जले हैं। दूसरी तरफ मंडल में ट्रांसफॉर्मर की उपलब्धता कुछ और ही है। गोरखपुर में 225, कुशीनगर में 75, महराजगंज में 70 और देवरिया 130 ट्रांसफार्मर हैं।*
*बारिश और ओवरलोड से ट्रांसफॉर्मर जलने के मामले बढ़े।*अधिशासी अभियंता कार्यशाला अविनाश गौतम का कहना है कि बारिश के कारण शार्ट सर्किट और ओवरलोड से ट्रांसफॉर्मर जलने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। कार्यशाला में ट्रांसफॉर्मर तैयार हैं, लेकिन कुछ जगहों पर जलभराव के कारण इसे बदलने में दिक्कत हो रही है। नागरिकों से अपील है कि वह ट्रांसफॉर्मर जलने की सूचना पहले अपने क्षेत्र के अवर अभियंता को दें, वहां से सूचना कार्यशाला को दी जाती है।* *ट्रांसफार्मर की कोई कमी नहीं है, नागरिक थोड़ा सहयोग करें।*
*जिला सवांददाता-रतन गुप्ता की रिपोर्ट*