एसपी न्यूज:-लॉकडाउन में वाराणसी में फंसे 50 विदेशी छात्रों को विशेष विमान से उनके देश भेजा गया है। इनमें ज्यादातर छात्र म्यांमार और श्रीलंका के हैं। कुछ और देशों के छात्रों को भी जल्द उनके घरों को भेजा जाएगा।*वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने को लागू लॉकडाउन के चलते वाराणसी में फंसे 50 से ज्यादा विदेशी छात्रों को विशेष विमान से उनके देश भेजा गया है। वतन वापसी करने वाले छात्र म्यांमार और श्रीलंका के हैं। कुछ और देशों के छात्रों को भी जल्द उनके घरों को भेजा जाएगा।*संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में 74 विदेशी छात्र पंजीकृत हैं। लॉकडाउन से पहले ज्यादातर विदेशी छात्र घर चले गए, लेकिन म्यांमार के 28 छात्र फंस गए। गृह मंत्रालय से अनुमति मिलने पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने हॉस्टल में रह रहे छात्रों को बस द्वारा गया भिजवाया। कुलपति प्रो. राजराम शुक्ला ने बताया कि गया में आए म्यांमार सरकार के विशेष विमान से सभी छात्र अपने देश रवाना हो गए हैं।*श्रीलंका के 22 छात्रों को विदेश मंत्रालय की हरी झंडी*केंद्रीय उच्च तिब्बती संस्थान के भी आधा दर्जन छात्रों को भी म्यांमार भेजा गया है। वर्तमान में संस्कृत विश्वविद्यालय के हॉस्टल में नेपाल के 8 छात्र रह गए हैं। जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में अध्ययनरत 22 छात्रों को श्रीलंका भेजने की विदेश मंत्रालय ने अनुमति दे दी है। इन छात्रों को मंगलवार को विशेष वाहन से दिल्ली भेजा गया। नई दिल्ली से विमान द्वारा सभी श्रीलंका भेजा जाएंगे।*छात्रों को सफर के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के साथ महामारी से बचने के सभी उपायों का पालन करने की हिदायत दी गई है। बीएचयू के अंतरराष्ट्री छात्रावास में अभी कई देश के छात्र रह रहे हैं। विदेश मंत्रालय से अनुमति मिलने पर इन्हें भी घर भेजा जाएगा।*15 हजार मजदूर आएंगे*लॉकडाउन के चलते दूसरे राज्यों में फंसे वाराणसी के करीब 15 हजार मजदूर वापस लाने की तैयारी शुरू हो गई है। बुधवार से श्रमिकों का आना शुरू होने की संभावना है। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि सूबे की सरकार के निर्णय के बाद पूरे देश में फंसे वाराणसी और आसपास के 15 हजार श्रमिकों को रखने के लिए क्वारंटीन सेंटर सहित जांच की व्यवस्था कराई जा रही है।*क्वारंटीन सेंटर के लिए मेडिकल कॉलेज, पॉलीटेक्निक, आईटीआई, इंटर कॉलेज, सीएचसी व पीएचसी और सामुदायिक केंद्रों को चिन्हित किया गया है। वाराणसी-जौनपुर के बार्डर वाले पिंडरा इलाके में 10 बड़े विद्यालयों में पांच हजार मजदूरों को ठहराने की तैयारी है*प्रयागराज से पहुंचे छात्र*
*प्रयागराज से करीब 150 छात्रों को लेकर तीन बसें सोमवार रात दो बजे वाराणसी पहुंची। राजातालाब तहसील में सभी की जांच की गई और होम क्वारंटीन का फार्म भरवाकर तथा हाथों पर मुहर लगातर घरों को रवाना किया गया है। पांच और बसें छात्रों को लेकर आने वाली हैं।*
रिपोर्टर- रत्न गुप्ता