*कोरोना वायरस से निपटने के लिए लखनऊ-वाराणसी,गोरखपुर , एयरपोर्ट अलर्ट, सोनौली ,नेपाल सीमा पर भी बढ़ी चौकसी*


*कोरोना वायरस से दुनिया भर में फैली दहशत और उत्तर प्रदेश में भी इसके पांव पसारने की आशंका को देखते हुए योगी सरकार ने स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिये हैं।**************************************…
*चीन के वुहान शहर से निकले कोरोना वायरस ने इधर नेपाल तो उधर मुंबई-केरल में दस्तक देने के साथ ही अब उत्तर प्रदेश में भी हलचल मचा दी है। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए वाराणसी और लखनऊ के हवाई अड्डों को अलर्ट कर दिया है। नेपाल सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के सात जिलों में भी खास स्क्रीनिंग के इंतजाम किए हैं। सभी 75 जिलों में कोरोना के आइसोलेशन वार्ड बनाने के भी निर्देश दिए गए हैं*।

*कोरोना वायरस से दुनिया भर में फैली दहशत और उत्तर प्रदेश में भी इसके पांव पसारने की आशंका को देखते हुए प्रमुख सचिव स्वास्थ्य देवेश चतुर्वेदी ने स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक बुलाई और जरूरी निर्देश दिए। प्रमुख सचिव ने बताया है कि उत्तर प्रदेश में अभी कोरोना का कोई केस नहीं मिला है, लेकिन नेपाल में वुहान से आया एक कोरोना पीड़ित मिलने के बाद सतर्कता के इंतजाम जरूरी हो गए हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए अब लखनऊ व वाराणसी एयरपोर्ट को एडवाइजरी जारी उनसे जरूरी इंतजाम करने को कहा जा रहा है।*

*इसके तहत नागरिक उड्डयन विभाग दोनों एयरपोर्ट पर सूचना बोर्ड लगाएगा कि आने वाले यात्रियों में से यदि कोई बीते दो हफ्तों में वुहान गया हो उसके लिए मेडिकल चेकअप कराना जरूरी होगा। दोनों हवाई अड्डों पर वुहान से आने वालों की जांच के लिए डॉक्टरों की टीम मौजूद रहेगी। ऐसे यात्रियों में कोरोना के लक्षण दिखने पर तुरंत उपचार शुरू हो जाएगा, जबकि लक्षण न होने पर भी अगले चार हफ्तों तक उनकी निगरानी की जाएगी*

*एसएसबी भी करेगी मदद*

*नेपाल में वुहान से आया कोरोना का एक संदिग्ध मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने नेपाल सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के सात जिलों महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, बहराइच, गोंडा, पीलीभीत व श्रावस्ती के जिलाधिकारियों व मुख्य चिकित्साधिकारियों को नेपाल सीमा से दाखिल होने वाले संदिग्ध मरीजों की निगरानी के लिए सीमा सुरक्षा बल की मदद लेने के निर्देश दिए गए हैं। डीएम और सीएमओ को नेपाल से आने वालों से यह पूछने को कहा गया है कि बीते दो हफ्तों में वह चीन से तो नहीं आए हैं। चीन से आने वाले स्वस्थ व्यक्तियों की मॉनीटरिंग चार हफ्ते तक उनके गंतव्य स्थल पर होगी, जबकि कोरोना के लक्षण मिलने पर उन्हें तुरंत आइसोलेशन वार्ड में भेज दिया जाएगा।*

*परिवारीजन को मिलेंगे मास्क*

*प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने संदिग्ध मरीजों को घर में आइसोलेट किए जाने पर परिवारीजन को भी मास्क उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। यह वायरस अब तक करीब 80 लोगों की जान ले चुका है, जबकि 800 से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आकर बीमार हो चुके हैं। गंभीर बात यह है कि इस वायरस का अब तक कोई वैक्सीन नहीं बना है। केवल लक्षणों के स्तर पर ही उपचार किया जा रहा है।*******************************************

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