निचलौल(महराजगंज)सागवान की अवैध कटाई का मामला सामने आया है। वन विभाग की ओर से केवल 9 पेड़ों की कटाई का परमिट जारी किया गया था, लेकिन मौके पर 32 सागवान के पेड़ काट डाले गए। यह अवैध कटाई वन विभाग की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है। ठेकेदार का कहना है कि मात्र 9 पेड़ का परमिट लिए है और विभाग को जानकारी है कि 32 पेड़ काटे है जब इस संबंध में रेंजर अजीत कुमार से सवाल किया गया तो उन्होंने मामले की जानकारी होने से इंकार कर दिया और सीधा जवाब देने से बचते नज़र आए। सवाल उठता है कि विभाग को 32 पेड़ कट जाने की भनक तक कैसे नहीं लगी—क्या यह अनदेखी है या फिर अंदरूनी सांठगांठ?जहां सरकार हर साल पेड़ लगवा रही है वही उनके भ्रष्ट अधिकारी ठेकेदारों से साठ गांठ मिलकर मोटे पैमाने पर धांधली कर रहे हैं जमीनी पड़ताल में सामने आया कि मौके पर 32 पेड़ काटे हैं और सभी के जड़ अभी दिख रहे हैं जो कैमरे में कैद हुए वहीं लकड़ी को वहां से हटकर कुछ दूर रखा गया और इसकी जानकारी रेंजर अजीत कुमार को है लेकिन अभी तक उनके द्वारा कोई कठोर कार्रवाई नहीं किया और ना ही लकड़ी को बरामद किया गया।
जिला प्रभारी-विजय पाण्डेय की रिपोर्ट