निचलौल(महराजगंज)तहसील क्षेत्र के भेड़िया गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों की लापरवाही और मिड-डे मील योजना में गड़बड़ी की एक चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है। पांच शिक्षक में से केवल चार शिक्षक विद्यालय में मौजूद थे, जबकि एक अध्यापिका बिना सूचना के अनुपस्थित पाई गईं। हैरानी की बात यह रही कि बच्चों को दिए जाने वाले पोषण आहार में भी अनियमितता मिली – दूध कागज़ों में बंटा, लेकिन बच्चों को सिर्फ तहड़ी (चावल) ही परोसी गई। न्यूज टिम जब विद्यालय पहुंची, तो प्रधानाध्यापक पहले तो गोलमोल जवाब देने लगे। जब उनसे अनुपस्थित अध्यापिका के बारे में पूछा गया, तो पहले उन्होंने गांव में होने की बात कही, फिर एक स्थानीय व्यक्ति को शिक्षक बताकर भ्रम फैलाने की कोशिश की। दबाव बढ़ने पर उन्होंने अध्यापिका की अनुपस्थिति को “मेडिकल छुट्टी” का कारण बताकर पल्ला झाड़ने की कोशिश की। खास बात यह रही कि विद्यालय में मौजूद छोटे बच्चों ने मासूमियत में सच्चाई उजागर कर दी। जब उनसे पूछा गया कि उन्हें क्या मिला, तो अधिकांश बच्चों ने बताया कि उन्हें केवल तहड़ी दी गई, दूध नहीं। इस पर जब प्रधानाध्यापक से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि प्रार्थना के समय ही सभी बच्चों को दूध दिया गया था। हालांकि बच्चों के बयान इस दावे से मेल नहीं खाते। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी आनंद मिश्रा ने कहा कि जांच कर कार्यवाही की जाएगी।
जिला प्रभारी-विजय पाण्डेय की रिपोर्ट