क्रासर: बोले ग्रामीण: बाढ़ आई तो डूब जाएगा जिनवापुर गांव, दहशत में जी रहे लोग।
फोटो कैप्शन: केवलापुर खुर्द में रोहिन नदी पर प्रदर्शन करते ग्रामीण।
झनझनपुर (महराजगंज)रोहिन नदी के जर्जर तटबंध की मरम्मत एवं जालीदार ठोकर लगवाने की मांग को लेकर रविवार को केवलापुर खुर्द के ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन पर लापरवाही बरतने एवं उपेक्षा का भी आरोप लगाया। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने कहा कि रोहिन नदी हर साल क्षेत्र के सैकड़ों गांवों के लोगों के लिए तबाही लेकर आती है। लोग साल के आठ महीने बड़े सकून से बिताते हैं, लेकिन जैसे ही बरसात का सीजन आता है तो लोगों की अच्छी-खासी जिंदगी नरक बन जाती है। खेती के सहारे मन में पाले अरमान बस चंद दिनों में ही टूटकर चकनाचूर हो जाते हैं। रोहिन नदी के जर्जर बांध पानी के दबाव को सह नहीं पाते हैं। ऐसे में आशियाने पर मंडरा रहे कटान के खतरे को भांपकर यहां के बाशिंदों की नींद उड़ गई है। यदि बांध टूटा तो सैकड़ों गांव के लोगों को जिंदगी तबाह हो जाएगी। ग्रामीणों ने बताया कि कई वर्षों से बंधे की मरम्मत नहीं हुई। इसके लिए जिला प्रशासन के आला अधिकारियों से भी गुहार लगाई गई, लेकिन आश्वासनों की घुट्टी पिलाकर लोगों को शांत कर दिया गया। अभी से लोग सुरक्षित ठिकानों को ढूंढने में लग गए हैं। ग्रामीणों ने कहा कि बरसात पूर्व जर्जर बंधे की मरम्मत नहीं कराई गई तो धरना प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान अंगद चौहान, हरीश आर्य, धर्मेंद्र सिंह, गणेश चौहान, अरविंद सिंह, जगरनाथ सिंह, चंद्रिका, फूलचंद, बलिराम, राजेश, सुशील, अमरावती, प्रेमशीला, सुमित्रा, चंपा, गीता, कलेवा लीलावती, भोलेनाथ आदि मौजूद रहे।इन लोगों की खेती लील गई रोहिन नदी की तेज धारा नेपाल के पहाड़ों से निकली रोहिन नदी हर वर्ष क्षेत्र में तबाही लेकर आती है। ग्रामीणों ने बताया कि नदी के कटान से रामनारायण का एक एकड़, समुद्र सिंह एक एकड़, गोपी एक एकड़, पारस चौहान डेढ़ एकड़, केदार सिंह, गंगा सिंह, अरविंद सिंह, मुन्नीलाल, ओमप्रकाश आदि के पांच एकड़ खेत नदी में विलीन हो गए। ग्रामीणों ने कहा कि नदी का कटान गांव के करीब पहुंच चुका है। समय रहते बंधे की मरम्मत नहीं कराई गई तो बाढ़ का पानी गांव में घुस जाएगा।
झनझनपुर संवाददाता, रंजीत शर्मा की रिपोर्ट