सेवा नियमावली में आधुनिक अध्यापकों को जोड़ा जाय – नुरुल हसन सिद्दीकी

इस्लामिक मदरसा शिक्षक संघ ने बैठक कर रणनीति बनाई

महराजगंज:-जिला मुख्यालय स्थित धरना स्थल पर पर इस्लामिक मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक संघ की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई । बैठक की अध्यक्षता संघ के जिलाध्यक्ष नुरुल हसन सिद्दीकी ने किया बैठक में मदरसों में बतौर आधुनिक शिक्षा के लिए कार्यरत अध्यापकों के लंबित व कालातीत मानदेय विसंगति सहित कई मुद्दों पर चर्चा व मदरसों में एक समान शिक्षण प्रणाली व मानदेय को लागू करने लिए आगे के कार्य योजना को लेकर रणनीति बनाई गई।बैठक को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तसव्वर हुसैन ने कहा की मदरसों में आधुनिक शिक्षा के पठन-पाठन के लिए कार्यरत आधुनिक शिक्षकों के साथ सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है, एक तरफ माननीय प्रधानमंत्री जी का विजन एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ में कम्प्यूटर का है लेकिन उनके ही अधीनस्थ मंत्रालय अल्पसंख्यक कल्याण और मानव संसाधन द्वारा आधुनिक शिक्षकों का 62 माह का मानदेय ही लेप्स कर दिया गया, यही नहीं कुछ नाम मात्र के तकनीकी समस्या के आधार पर 1539 मदरसों के लगभग 4370 आधुनिक अध्यापकों को मानदेय से सम्पूर्ण मरहूम कर दिया गया है।संघ के जिला महासचिव सरवरे आलम ने कहा अध्यापको की इस समय आर्थिक स्थिति इतनी ख़राब है की पार्ट टाइम ऑटो रिक्शा, मजदूरी, फेरी लगाकर दैनिक उपयोग के समान बेचने पर मजबूर है तसौवर हुसैन ने पुरजोर मांग किया कि उत्तर प्रदेश के मदरसों में एक समान शिक्षण प्रणाली लागू किया जाय मदरसों में सरकार का आधुनिक शिक्षा व्यवस्था लागू करना एक रहस्यमयी स्वप्न के समान है उन्होंने कहा की सरकार दिन रात आधुनिक शिक्षा की ढिढोरा पिटती हैं लेकिन अपना वित्तीय मदद सिर्फ अनुदानित मदरसों के परम्परागत शिक्षको परशिक्षक आत्महत्या करने तक मजबूर हो जा रहे है।अबरार अहमद ने कहा मदरसा शिक्षा बोर्ड के मीटिंग में आधुनिक शिक्षको के प्रतिनिधि मंडल को शामिल तक नहीं होने दिया जा रहा है परम्परागत अनुदानीत मदरसों के शिक्षक नेताओ का समूह शासन व निदेशालय स्तर के अधिकारीयों को अपने आभा मंडल में लेकर सरकार के महत्वकांक्षी मदरसा आधुनिक शिक्षा योजना को खत्म करने के लिए आए दिन साजिश रच रहे है उत्तर प्रदेश मदरसा सेवा नियमावली में आधुनिक शिक्षकों का जिक्र तक नहीं किया जा रहा है।ब्लाक अध्यक्ष लक्ष्मीपुर नागेंद्र गौड़ ने कहा उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के शासन स्तर व निदेशालय के अधिकारी, रजिस्ट्रार मदरसा शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन सभी लोग मिलकर उत्तर प्रदेश के यशस्वयी मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी को धोखा देने का काम कर रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिलाध्यक्ष नुरुल हसन सिद्दीकी ने कहा कि पहले देश और प्रदेश की सरकार है स्पष्ट करें की मदरसों में आधुनिक शिक्षा चाहिए कि परंपरागत शिक्षण व्यवस्था? सिर्फ उत्तर प्रदेश में पच्चीस हजार के करीब आधुनिक शिक्षकों को समय से मानदेय तक सरकार नहीं दे पाती है वही अनुदानित मदरसों परम्परागत शिक्षण व्यवस्था के नाम पर सालाना अरबों रुपया खर्च कर रही है। आधुनिक शिक्षक यह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे परंपरागत शिक्षा व्यवस्था के नाम पर सरकार को गुमराह करने के लिए जो अधिकारी सिर्फ कागज से आधुनिक शिक्षा व्यवस्था संचालित करवाने पर आमदा है। उन्होंने मदरसा आधुनिक अध्यापकों को सेवा नियमावली में जोड़ने की मांग मुख्यमंत्री से की।इस अवसर पर संघ के जिला संरक्षक डॉ गफूर अली वारसी, शाकिर अली, कृष्णा भारती, विपिन जायसवाल, एबादुल्लाह,इबरार अंसारी, मोहम्मद फैज,जियाउद्दीन,दब्बीर हसन, बलवंत यादव, सुरेंद्र राय, संजय यादव, शिव प्रकाश अग्रहरी, रामचंद्र सैनी, प्रमोद, महबूब,नूर आलम आधुनिक शिक्षक उपस्थित रहे।

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