*जांच करने पर सामने आया कि वह कॉल फर्जी थी। इसकी पुष्टि मंत्री के कार्यालय से हुई। मंत्री श्रीकांत शर्मा ने खुद एसपी को कॉल की और मुकदमा दर्ज करने को कहा।*
*उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले की पुलिस अधीक्षक पूनम के सीयूजी नंबर पर फर्जी मंत्री बनकर रोब जमाने वाला और उसका फर्जी पीआरओ बनकर पुलिस पर अपनी धाक जमाने वाले को क्राइम ब्रांच टीम ने धर दबोचा है।**
*शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फेंस के दौरान पुलिस अधीक्षक पूनम ने बताया कि दो तीन दिन पूर्व पुलिस कप्तान पूनम के सीयूजी पर 8171260358 से एक कॉल आई। फोन करने वाले ने अपने आपको ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा का पीआरओ बताया। उसने कहा कि मंत्रीजी बात करेंगे। जांच करने पर सामने आया कि वह कॉल फर्जी थी। इसकी पुष्टि मंत्री के कार्यालय से हुई। मंत्री श्रीकांत शर्मा ने खुद एसपी को कॉल की और मुकदमा दर्ज करने को कहा।*
*लखीमपुर के थाना कोतवाली सदर में मुकदमा पंजीकृत हुआ। जांच पड़ताल से फर्जी पीआरओ का नाम गौरव शाक्य पुत्र महेंद्र कुमार शाक्य निवासी रेलवे कॉलोनी थाना कोतवाली शहर जनपद मथुरा निकला एवं फर्जी मंत्री का नाम राजवीर सिंह पुत्र महेंद्र कुमार निवासी रेलवे कॉलोनी थाना कोतवाली शहर जनपद मथुरा प्रकाश में आया।*
शुक्रवार को बस मालिक राजवीर सिंह और उसका सहायक गौरव शाक्य अपनी बसों की देखरेख के काम से जनपद लखीमपुर आए। उनकी बसें मथुरा से पलिया चलती हैं। मुखबिर की सूचना पर पलिया बस स्टैंड निघासन रोड से कोतवाली सदर और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम द्वारा इन दोनों को गिरफ्तार किया गया। जिनकी जामा तलाशी से उक्त घटना में प्रयोग किए गए मोबाइल की बरामदगी की गई।
कड़ाई से पूछताछ करने पर इस घटना को स्वीकार करते हुए आरोपी ने बताया कि राजवीर सिंह की बसें मथुरा से पलिया गौरीफंटा चलती हैं। इन बसों के ड्राइवरों को यहां के बस मालिकों द्वारा सवारियों को लेकर परेशान किया जाता था, इसलिए गौरव शाक्य ने मंत्री का पीआरओ बनकर राजवीर सिंह को फर्जी मंत्री बनाकर बात करना स्वीकार किया। एसपी ने पुलिस टीम को 5000 रुपये का पुरस्कार दिया। शातिर दिमाग अपराधियों को पकड़ने में क्राइम ब्रांच के उपनिरीक्षक अनिल कुमार सिंह, सर्वेश पाल, कॉन्स्टेबल कुलदीप यादव ,कॉन्स्टेबल शराफत, कॉन्स्टेबल योगेश तोमर, राहुल ,सत्येंद्र कुमार भाटी ,सुनील कुमार, विकास कुमार का सराहनीय कार्य रहा।