एस पी न्यूज(सवांददाता)यूपी में सभी राजकीय और सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों और संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच होगी। माध्यमिक शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने सभी जिलाधिकारियों को शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच के लिए एडीएम की अध्यक्षता में समिति बनाने के निर्देश दिए हैं।
डीआईओएस, जीआईसी के प्रधानाचार्य और प्रतिष्ठित सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य समिति के सदस्य होंगे। मंडलीय उप शिक्षा निदेशक समितियों के नोडल अधिकारी होंगे। जांच समिति कार्यरत सभी शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों, प्रमाण पत्रों को अपने कार्यालय में जमा कर जांच पूरी होने तक सुरक्षित रखेगी।
समिति बोर्डवार और विश्वविद्यालयवार सभी शिक्षकों की शैक्षिक सूची संबंधित बोर्ड या विवि को भेजकर एक सप्ताह में उसका सत्यापन कराएगी। जिन शिक्षकों के दस्तावेज फर्जी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ समिति एफआईआर दर्ज कराएगी। फर्जी शिक्षकों की सेवाएं समाप्त करने के लिए सक्षम अधिकारी को संस्तुति की जाएगी। अपर मुख्य सचिव ने जांच की कार्यवाही पूरी कर 31 जुलाई तक शासन को रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं। मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड होगा डाटा
शिक्षकों का डाटा 15 जुलाई तक *मानव संपदा पोर्टल* पर अपलोड किया जाएगा। विभाग के वित्त नियंत्रक पैन कार्ड व कोषागार से होने वाले भुगतान का विवरण भी चेक करेंगे। इससे किसी शिक्षक को हो रहे दोहरे भुगतान का खुलासा हो सकेगा।
बरगदवा सवांददाता-नीरज गुप्ता की रिपोर्ट