उन्नाव(एसपी न्यूज):फैक्ट्री कर्मी महेशचंद्र और अरविंद का आरोप है कि 7 मई को वेतन देने का आश्वासन दिया गया, मगर अभी तक वेतन नहीं दिया गया. वहीं फैक्ट्री जीएम फरहद खान ने कैमरे पर कुछ भी बोलने से कतराते रहे* उत्तर प्रदेश के उन्नाव में कई जगह कोरोना काल में भी फैक्ट्री प्रबंधन श्रमिकों को सैलरी नही दे रहे हैं. जिसका नतीजा ये हुआ कि सैकड़ों मजदूर लॉकडाउन का उल्लंघन कर एक फैक्ट्री के गेट पर जा पहुंचे और जमकर नारेबाजी करने लगे. विपदा की घड़ी में जहां प्रबंधन का ऐसा व्यवहार कई सवाल खड़े कर रहा है तो वहीं श्रमिकों का इस तरह लॉकडाउन तोड़ना भी खतरे को बढ़ावा है.दरअसल, शनिवार को लखनऊ कानपुर हाईवे पर सदर कोतवाली क्षेत्र दही चौकी मिर्जा इंटरनेशनल फैक्ट्री के गेट के बाहर 1 सैकड़ों से अधिक मजदूर इकट्ठा हो गए और वेतन ना मिलने को लेकर नारेबाजी करने लगे. लेकिन फैक्टरी प्रबंधन ने मजदूरों की एक ना सुनी और उन्हें मायूस होकर वापस लौटना पड़ा. वहीं इस दौरान करीब दो घंटे तक सोशल डिस्टेस्टिंग की भी खूब धज्जियां उड़ी लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनकर ये सब देखती रही. सीओ सिटी ने फैक्ट्री प्रबंधन से बातचीत कर समस्या निदान कराने की बात कही है.
*श्रमिकों का आरोप* फैक्ट्री कर्मी महेशचंद्र और अरविंद का आरोप है कि 7 मई को वेतन देने का आश्वासन दिया गया, मगर अभी तक वेतन नहीं दिया गया. वहीं फैक्ट्री जीएम फरहद खान ने कैमरे पर कुछ भी बोलने से कतराते रहे.समस्या का निराकरण किया जाएगा
दूसरी तरफ सवाल यह उठता है कि, पुलिस की इतनी सख्ती होने के बावजूद इतनी तादाद में श्रमिक शहर तक आए कैसे. वहीं, सीओ सिटी यादवेंद्र यादव ने बताया कि फैक्ट्री प्रबंधन से बातचीत कर समस्या का निराकरण किया जाएगा. सोशल डिस्टेस्टिंग के बारे में लगातार जागरूक किया जा रहा है और लोगों से लॉकडाउन पालन की अपील की जा रही है*
जिला सवांददाता-रतन गुप्ता की रिपोर्ट