निचलौल(महराजगंज)निचलौल तहसील क्षेत्र व सदर तहसील क्षेत्र के घुघली से होकर बहने वाली छोटी गंडक नदी से इन दिनों बालू खनन जोरो पर चल रहा है। बिना पट्टा और अनुमति के बालू माफिया सीधे नदी से बालू का अवैध खनन कर रहें तो वही प्रशासन तमाशबीन बना हुआ हैं। अवैध खनन से किसानों की खेती योग्य भूमि नदी में विलीन होती जा रही है।किसानों की तमाम शिकायत के बाद भी खनन विभाग और पुलिस बालू के अवैध खनन पर रोक लगाने में नाकाम साबित हो रही है।सफेद बालू खनन के काले कारोब के लिए कोठीभार थाना क्षेत्र सबसे ज्यादा मुनाफा वाली क्षेत्र साबित हो रहा हैं। नदी के बेलवा घाट सोनबरसा, चैनपुर और बलुआ हरपुर पकड़ी में इन दिनों नदी के दोनों तटों पर अवैध रूप से अंधाधुंध खनन जारी है। अवैध खनन से जहां, नदी के बंधे कमजोर पड़ रहे हैं, वहीं नदी के बदलते स्वरुप के चलते किसानों की कृषि योग्य भूमि नदी में विलीन हो रही हैं। यहां तक की कटान तेज होने के कारण नदी का रुख बदलने से कई गांवों के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। बावजूद इसके जिम्मेदार खनन पर रोक लगाने में नाकाम साबित हो रहे हैं।इस सबंध में खनन निरीक्षक मोहम्मद असद का कहना हैं कि छोटी गंडक नदी से अवैध खनन की शिकायतें मिले हैं। पिछले दिनों कुछ कार्रवाई भी की गई हैं, इसके बावजूद अगर खनन हो रहा है, तो मामले को गंभीरता से लेते हुये पुलिस के साथ सघन अभियान चलाकर कार्यवाही की जायेगी।
निचलौल तहसील प्रभारी-विजय पाण्डेय की रिपोर्ट