*रिपोर्टर रतन गुप्ता सोनौली /नेपाल*
*पुलिस-प्रशासन की विफलता के चलते शासन ने बस्ती के डीएम-एसपी को हटा दिया है। लगातार जिले में हुई दो बड़ी घटनाओं का खामियाजा दोनों अधिकारियों को भुगतना पड़ा और चार दिनों के अंदर शासन ने हटा दिया। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी आशुतोष निरंजन को बस्ती का डीएम व हमीरपुर के एसपी हेमराज मीणा को बस्ती का एसपी बनाया गया है।*
*विजय दशमी के दिन बस्ती के छावनी थानान्तर्गत अमोढ़ा बाजार में प्रतिमा विसर्जन के दौरान बवाल हो गया। मूर्ति पर मांस फेंकने की बात पर उग्र हुई भीड़ ने एक दर्जन मांस की दुकानों को जला दिया। यह मामला ठंडा नहीं हुआ कि अगले दिन नौ अक्टूबर को शहर के रंजीत तिराहे पर पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कबीर तिवारी की गोलीमार कर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद पुलिस व प्रशासन की तरफ से जो एहतियात व प्रबंध होने चाहिए थे, उसमें अधिकारी पूरी तरह से विफल रहे। यही कारण रहा कि शव को लेकर निकले लोगों ने शहर में जमकर तोड़फोड़ व आगजनी की। लगभग पांच घंटे तक शहर अराजकता का शिकार रहा*।
*शासन ने मामलों को गंभीरता से लेते हुए एडीएम आशुतोष पांडेय को जांच के लिए 10 अक्टूबर को भेजा। वह लगातार बस्ती में कैंप कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस की चूक व प्रशासन से समन्वय की कमी को माना और सार्वजनिक तौर पर इसकी घोषणा की। उन्होंने अपनी रिपोर्ट शासन को भेजा था। माना जा रहा है कि एडीजी की रिपोर्ट के बाद शासन ने डीएम-एसपी को हटाने का निर्णय लिया। ************************************