महाराष्ट्र
स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के संस्थापक और पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने शनिवार को मांग की कि, गन्ना किसानों को 2019-20 सीजन में पहली किश्त के रूप में एफआरपी (गन्ना मूल्य) के साथ साथ प्रति टन 200 रुपए ज्यादा मिलने चाहिए। जयसिंगपुर में 18 वें गन्ना परिषद का आयोजन किया गया था। इस समय, शेट्टी ने कहा कि, सूखे और बाढ़ के कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ है, और उन्हें उनके पसीने की मेहनत की सही कीमत मिलनी ही चाहिए।
शेट्टी ने मांग की कि, बाढ़ग्रस्त गन्ना फसल को सबसे पहले और बिना मूल्य में कटौती के काटा जाना चाहिए। एफआरपी बकाया मामले में मिलों के निदेशकों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाना चाहिए। जिस तरह से बाढ़ग्रस्त किसानों का कर्ज माफ़ किया गया, उसी तरह अक्टूबर में हुई बारिश से प्रभावित किसानों के भी कर्ज माफ किए जाएं। खेती के लिए बिना किसी रुकावट के 12 घंटे बिजली मिलनी चाहिए।
शेट्टी के नेतृत्व में स्वाभिमानी शेतकरी संगठन ने गन्ना मूल्य को लेकर आक्रामक रवैया अपनाया है। जयसिंगपुर में हुए गन्ना परिषद के लिए राज्य के हर जिले से कार्यकर्ता भारी संख्या में पहुंचे थे। कार्यकर्ताओं ने टोपी पहनी थी जिसपर लिखा गया था कि ‘आंदोलन को जीवित रहना चाहिए।’ लोकसभा और विधान सभा चुनाव में मिली करारी हार के बावजूद संघठन के कार्यकर्ताओं में उत्साह था। इस अवसर पर विधायक भोईर, प्रा.जालंदर पाटिल, प्रकाश पोपले, सावकर मादनाइक, उपस्थित थे।
*रिपोर्टर – रमेश मेसे महाराष्ट्र सोलापूर*